यूरिया की कालाबाजारी पर कृषि विभाग की बड़ी कार्रवाई, खाद गोदाम सील

रायपुर, 4 सितम्बर 2025।किसानों से ठगी और मुनाफाखोरी के मामले में कृषि विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत भानबेड़ा क्षेत्र में यूरिया की कालाबाजारी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विभाग ने खाद गोदाम को सील कर दिया है।

#### किसानों से मनमानी वसूली

मिली जानकारी के अनुसार, मेसर्स पटेल कृषि केंद्र भानबेड़ा के संचालक द्वारा यूरिया की कमी का फायदा उठाकर किसानों को 3 से 4 गुना अधिक कीमत पर खाद बेचा जा रहा था। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि संचालक प्रति बोरी यूरिया 1000 रुपए तक में बेच रहा था, जबकि सरकार द्वारा तय दर इससे काफी कम है। इतना ही नहीं, बिक्री के दौरान पॉस मशीन का उपयोग भी नहीं किया जा रहा था।

####जांच टीम की कार्रवाई

शिकायत मिलते ही खाद एवं उर्वरक निरीक्षक अमिनेश गावड़े, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी कुलदीप साहू, किरण भंडारी और प्रवीण कवाची की टीम ने अचानक निरीक्षण किया। मौके पर किसानों से पूछताछ की गई तो उन्होंने साफ बताया कि उन्हें ऊँचे दाम पर ही यूरिया मिल रहा है।

कृषि केंद्र के संचालक पंकज पटेल को बुलाया गया, लेकिन उसने खुद को भानबेड़ा से बाहर बताया। दोबारा फोन करने पर उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ मिला। संचालक के अनुपस्थित रहने पर निरीक्षण टीम ने ग्राम पंचायत सरपंच ममता ठाकुर, उप सरपंच खेमलाल साहू, ग्राम पटेल दुर्योधन नरेटी और आक्रोशित किसानों की मौजूदगी में कृषि सेवा केंद्र के गोदाम को अगली कार्रवाई तक सील कर दिया।

#### अन्य जिलों में भी कालाबाजारी

यूरिया की कालाबाजारी का यह खेल केवल कांकेर तक सीमित नहीं है।

* कोरबा जिले के पोड़़ी उपरोड़ा और करतला विकासखंड

* जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह विकासखंड

इन क्षेत्रों के कई गांवों में भी किसानों से **प्रति बोरी 1000 से 1200 रुपए** तक की वसूली की जा रही है। किसान मजबूरी में महंगे दाम पर खाद खरीदने को विवश हैं, क्योंकि बुआई का मौसम निकल जाने का डर उन्हें भारी बोझ उठाने पर मजबूर कर रहा है।

#### **शिकायत के लिए संपर्क**

जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह विकासखंड में अगर किसी को यूरिया की कालाबाजारी की जानकारी मिलती है, तो वे तत्काल **इंस्पेक्टर शिव राठौर** से शिकायत कर सकते हैं। उनका संपर्क नंबर है ? **84618 17507**।

#### **कृषि विभाग की सख्त चेतावनी**

कांकेर जिले के कृषि विभाग के उप संचालक **जितेंद्र सिंह कोमरा** के नेतृत्व में गठित जांच टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। कृषि अधिकारियों ने साफ कहा है कि ?

सरकार ने उर्वरकों की कीमतें तय की हैं। कालाबाजारी करने वाले किसानों के हक़ और अधिकार छीन रहे हैं। इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल किसानों को आर्थिक नुकसान पहुँचाती हैं, बल्कि उनकी खेती और आय दोनों को प्रभावित करती हैं। किसी भी हालत में यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अधिकारियों ने किसानों से अपील की है कि यदि कहीं भी अधिक दाम पर खाद बिकते देखे, तो तुरंत कृषि विभाग को सूचित करें ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।

👉 यह रिपोर्ट यह बताती है कि किसानों के जीवन से जुड़ा यह मुद्दा केवल खाद खरीदने का नहीं, बल्कि उनकी खेती और रोज़गार की जड़ से जुड़ा है। यदि सरकार और प्रशासन इस पर कठोर कदम नहीं उठाते, तो किसान दोहरी मार झेलेंगे एक तरफ खेती का खर्च बढ़ेगा और दूसरी तरफ़ उत्पादन में घाटा होगा।

✍️समीर खूंटे, CitiUpdate