भू माफियाओं के हौसले बुलंद, कोटवार की भूमि को फर्जी तरीके से नामांतरण कराने की प्रक्रिया जारी।

बैकुंठपुर।कोरिया जिले के पटना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सोरगा में भू माफियाओं द्वारा कूटरचित करते हुए फर्जी दस्तावेज तैयार कर कोटवार ठुरू आ. बनाफर ग्राम सोरगा की भूमि का क्रय विक्रय करने का मामला सामने आया है जिसमें भूमि खसरा क्रमांक 1220( 0.0900 ), 1233( 0.5400 ),1003 ( 0.3100) में सूत्रों की माने तो प्रस्तावित भूमिस्वामी क्रेता रामानंदे द्वारा सोरगा, सरपंच का फर्जी तरीके से सील हस्ताक्षर कर लिया गया है जिसमें आवेदन में स्पष्ट देखा जा सकता है दोनों हस्ताक्षर अलग अलग व्यक्तियों के है उप तहसील पटना में बीते वर्ष दिनांक 21.09.2023 में न्यायालय तहसीलदार पटना द्वारा इश्तिहार भी जारी कर दिया गया है जबकि राज्य शासन के नियमानुसार कोटवार को प्राप्त भूमि का क्रय विक्रय करने का प्रावधान नहीं हैं छत्तीसगढ़ में कोटवार को सरकार द्वारा कोटवारी के बदले जीवन यापन के लिए दी गई भूमि होती है, न कि उनकी निजी संपत्ति उच्च न्यायालय के निर्णयों और सरकारी सर्कुलर के अनुसार, इस सेवा भूमि को बेचने या बदलने का कोई प्रावधान नहीं है ।

कोटवार की मृत्यु पश्चात माफियाओं द्वारा भूमि की क्रय विक्रय करने का प्रयास जारी सूत्र

भू माफियों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि जिले में भूमि संबंधित छोटे बड़े झाड़ की रजिस्ट्री कराने की होड़ जारी है जहां आम नागरिक या किसान,ग्रामीणों की भूमि पर राजस्व लेट लतीफ करती है कई माह तहसील कार्यालय का चक्कर काटने के बाद भी कार्य नहीं हो पाता है वहीं भू माफियों का कार्य चंद मिटो में ही हो जाता है जानकारी के अनुसार ठुरू आ. बनाफर की भूमि में मंगल नामक व्यक्ति द्वारा सेवा भाव से देख भाल का कार्य करता था जिसके मृत्यु उपरांत भूमि पर खेती कर जीवन यापन कर रहा है।

क्या राजस्व विभाग द्वारा फर्जी दस्तावेजों पर लेगा संज्ञान करेगी कार्यवाही ?

भूमि की हेराफेरी करने का मामला दिनों दिन चरम पर है वही एक ओर राजस्व विभाग के कुछ अधिकारी कर्मचारी लाभ लेने के चक्कर में फर्जी कार्य कर दिया जाता है जिस पर संबंधित राजस्व विभाग के आला अधिकारी द्वारा उच्च जांच कर कार्यवाही किया जानी चाहिए।