* अणुव्रत ने वैश्विक समस्याओं के समाधान हेतु दिए नैतिकता आधारित सिद्धांत -- मोहन भागवत

नई दिल्ली | 22 जुलाई 2025

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) एवं अखिल भारतीय अणुव्रत न्यास के संयुक्त तत्वावधान में ?विश्व की समस्याएँ और भारतीयता? विषय पर आयोजित अणुव्रत व्याख्यानमाला का आयोजन डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ।

मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक माननीय श्री मोहन भागवत जी ने कहा:

?पारदर्शिता, भ्रष्टाचार-मुक्त वातावरण और समयबद्ध कार्यपद्धति ही वह मार्ग है जो अणुव्रत के उद्देश्यों से मेल खाता है। अणुव्रत आत्मानुशासन को बढ़ावा देने वाला आन्दोलन है, जो छोटे-छोटे व्रतों के माध्यम से व्यक्ति में नैतिक चेतना का विस्तार करता है। आज वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए ऐसे ही विचारों की आवश्यकता है।?

उन्होंने कहा कि आचार्य श्री तुलसी द्वारा प्रवर्तित अणुव्रत आंदोलन का महत्व आज और भी अधिक बढ़ गया है क्योंकि यह सम्प्रदाय से ऊपर उठकर मानवता और नैतिकता की प्रतिष्ठा का संदेश देता है।

मुनिश्री डॉ. अभिजीत कुमार जी ने कहा:

?आचार्य तुलसी केवल एक व्यक्तित्व नहीं, अपितु एक संस्कृति के प्रतीक थे। उन्होंने शैक्षणिक, सामाजिक और धार्मिक क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया। अणुव्रत किसी धर्म या जाति तक सीमित न होकर मानवता का सार्वभौमिक संदेश है।?

अणुव्रत न्यास के प्रबंध न्यासी श्री के.सी. जैन ने कहा कि मैत्री, प्रमोद और करुणा जैसे गुणों के विकास से ही अध्यात्म की वास्तविक प्रगति संभव है। उन्होंने अणुव्रत के असाम्प्रदायिक स्वरूप और नैतिक उत्थान के लिए निरंतर प्रयास की जानकारी दी।

इग्नू की कुलपति प्रो. उमा कांजीलाल ने कहा कि अणुव्रत आंदोलन आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक अणुव्रत के दर्शन को अपनाए, तो यह राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक ठोस कदम होगा।

इस कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलन, अणुव्रत गीत, इग्नू कुलगीत, तथा महिला मंडल एवं कार्यकर्ताओं की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी हुईं। पूरे अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में जनसमूह की उपस्थिति भागवत जी की लोकप्रियता को दर्शाती है।

📢 इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कार्यक्रम के मीडिया संयोजक डॉ. कमल जैन सेठिया ने बताया:

?अणुव्रत एक जनचेतना है, जो हर व्यक्ति के नैतिक उत्थान की प्रेरणा देता है। यह व्याख्यानमाला उसी दिशा में एक मजबूत पहल है, जो भारतीयता की मूल भावना और वैश्विक समाधान का संगम प्रस्तुत करती है।?

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुनीता जैन ने कुशलतापूर्वक किया। कार्यक्रम की सफलता में अणुव्रत न्यास की समर्पित टीम की भूमिका सराहनीय रही।