जलेसर तहसील फिर विवादों में, तहसीलदार की पुनः तैनाती से सभी अधिवक्ता नाराज़।

*जलेसर तहसील फिर विवादों में, तहसीलदार की पुनः तैनाती से अधिवक्ता नाराज़।*

एटा जनपद की जलेसर तहसील एक बार फिर चर्चा में आ गई है। 3 *जून* 2024 को *वकीलों* की *हड़ताल* के बाद *हटाए* गए *तहसीलदार* संदीप सिंह को प्रशासन द्वारा *पुनः जलेसर भेजे* जाने से *विवाद गहराता* जा रहा है। *वकीलों ने* इस फैसले का *कड़ा विरोध करते* हुए तहसीलदार *न्यायालय* का *बहिष्कार शुरू* कर दिया है। आज इस बहिष्कार का *पांचवा दिन है* और स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है।

*स्थानीय अधिवक्ता संघ का आरोप है* कि तहसील जलेसर में अधिकारियों और कर्मचारियों की *बार-बार अदला-बदली* से *वादकारियों* को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। *उनका कहना है कि* जिलाधिकारी ने तहसील जलेसर को एक "प्रयोगशाला" बना दिया है, जहां बार-बार नए प्रयोग किए जा रहे हैं, लेकिन इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।

वकीलों की मांग है कि संदीप सिंह की पुनः तैनाती को तुरंत रद्द किया जाए और तहसील में स्थायित्व लाया जाए ताकि न्यायिक प्रक्रिया सामान्य रूप से चल सके। स्थिति को देखते हुए प्रशासन की अगली रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी हैं।

रिपोर्ट: रमेश जादौन एटा।