ग्राम पंचायत तलवापारा की जांच में खुली पोल, शिकायतकर्ता को नहीं दी गई सूचना – फर्जी तरीके से किया गया पंचनामा!

कोरिया ? सुशासन तिहार के अंतर्गत ग्राम पंचायत तलवापारा के सचिव के खिलाफ की गई शिकायत पर गुरुवार को जनपद पंचायत की जांच टीम ग्राम में पहुँची, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि शिकायतकर्ता को जांच की कोई सूचना ही नहीं दी गई। इससे पूरे जांच की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, जिले की 120 ग्राम पंचायतों की जांच की जिम्मेदारी एक ही अधिकारी को सौंपी गई है, जिससे हर पंचायत में गहराई से जांच होना संभव नहीं दिखता। यही कारण रहा कि तलवापारा की जांच भी केवल औपचारिकता तक सिमट गई। जांच के दौरान मौके पर केवल सरपंच देवीदयाल, ग्रामीण रामनंदे और खेत से लौट रहे पंच महेन्द्र पांडेय उपस्थित थे। लेकिन जांच अधिकारी के द्वारा तैयार किए गए रजिस्टर में 10 से 15 ग्रामीणों की उपस्थिति दिखाई गई है, जो पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। महेन्द्र पांडेय ने बताया कि वे खेत से लौट रहे थे, उन्हें न जांच की कोई पूर्व सूचना दी गई और न ही कोई जानकारी, लेकिन उनका हस्ताक्षर पंचनामा में जबरन ले लिया गया। सरपंच देवीदयाल और ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि जांच पूरी तरह से एकतरफा और दिखावटी रही। ग्रामीणों की गैर-मौजूदगी और शिकायतकर्ता को अंधेरे में रखने से यह जांच फर्जी प्रतीत हो रही है। ग्रामवासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जांच प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए, शिकायतकर्ता को सूचना दी जाए और जिन अधिकारियों ने फर्जी रिपोर्ट तैयार की है, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।