शराब, रफ्तार और बेकसूर जानें: तालदेवरी सेमरिया मोड़ पर लगभग 6 से 7 मवेशियों की दर्दनाक मौत की कब्रगाह

  • सेमरिया मोड़ की वो रात ? जब मूक पशु चीखते रहे और इंसानियत सोती रही|
  • वो कुछ नहीं बोले? न विरोध किया, न रास्ता माँगा,बस बैठे रहे सड़क किनारे ? और इंसान की लापरवाही ने उनकी साँसें छीन लीं|

जांजगीर-चांपा:ज़िले के ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार रात एक दर्दनाक और झकझोर देने वाली घटना सामने आई है।
यह हादसा ग्राम पंचायत तालदेवरी के अंतर्गत सेमरिया मोड़ पर हुआ, जहाँ तेज रफ्तार और शराब के नशे ने मूक मवेशियों की जान ले ली।

रात लगभग 10:30 बजे, किकिरदा निवासी एक व्यक्ति, जो अत्यधिक शराब के नशे में धुत था, अपने स्कॉर्पियो वाहन (क्रमांक CG12AP4601) को बिर्रा से चांपा की ओर तेज़ रफ्तार में चला रहा था। सेमरिया मोड़ के पास, सड़क किनारे बैठे 7से 8 मवेशियों को सीधे टक्कर मारते हुए वह निकल गया।

हादसा इतना भयानक था कि कई मवेशियों ने मौके पर ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।
🛑 इंसान को भगवान ने रोका ? गाड़ी बीच रास्ते में बंद हो गई?

वो चालक, जो शायद एक भी माफी के लायक नहीं, भागना चाहता था। लेकिन भगवान ने भी शायद उसे सज़ा देने का प्रण ले लिया था। कुछ दूर जाते ही उसकी स्कॉर्पियो अचानक बंद हो गई। गाँव के युवाओं ने तत्परता दिखाते हुए उसे धर दबोचा और बिर्रा पुलिस को सौंप दिया। गाड़ी की हालत देखकर पुलिस सन्न रह गई ? शीशे टूटे हुए, बोनट पर मांस के टुकड़े, और इंजन पर ताज़ा खून के छींटे।

पूरा गाँव ग़मगीन है।
उन मवेशियों की चीखें आज भी सेमरिया मोड़ के सन्नाटे में गूंज रही हैं।

एक ग्रामीण ने रूंधे गले से कहा ?
"ई मवेशी हमर घर के सदस्य जइसन रहिन? अब उही सड़क उनकर अंत बन गे?"

ग्रामीणों की मांग है कि ?

भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023, जिसके अंतर्गत आरोपी पर ये धाराएँ लगनी चाहिए:

  • धारा 281 (BNS) ? लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाकर जीवन, पशु या संपत्ति को खतरे में डालना

  • धारा 324(2) (BNS) ? जानवरों को जानबूझकर गंभीर क्षति पहुँचाना या मार डालना

  • धारा 125(2) (BNS) ? शराब पीकर वाहन चलाना और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालना

  • मोटर वाहन अधिनियम की धारा 184, 185 के तहत सख्त कार्रवाई हो,

  • तथा सभी पशुपालकों को प्रति मवेशी न्यायोचित मुआवजा मिले।

🐄 सुबह होगा पोस्टमार्टम, तय होगी मुआवज़े की दिशा

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा मृत मवेशियों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, जिसके बाद बीमा, मुआवज़ा व कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।

यह घटना न केवल पशुपालकों के लिए भारी आर्थिक चोट है, बल्कि यह प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक चेतावनी है ?
कि अगर नशे पर नकेल और रफ्तार पर लगाम नहीं लगी, तो अगली बार इंसानों की बारी हो सकती है।

स्थान: ग्राम पंचायत तालदेवरी, सेमरिया मोड़
थाना क्षेत्र: बिर्रा
रिपोर्टर: समीर खूंटे, Citiupdate