हरदोई के बावन में मोहर्रम की दूसरी तारीख का हुआ समापन, कलामों से गूंजा हुसैनी पैगाम, 10 दिन तक निकलेंगे जुलूस

हरदोई। बावन कस्बे में मोहर्रम की दूसरी तारीख पर यादगार हुसैन कमेटी की ओर से हर साल की तरह इस साल भी ताज़िए का जुलूस निकाला गया, जिसमें बैंड-बाजे के साथ सैकड़ों लोगों ने शिरकत की और जुलूस में कव्वालों ने कलाम पढ़कर महफिल में समां बांध दिया। आयोजन में क्षेत्रीय लोगों समेत दूर-दराज़ से आए अकीदतमंदों ने शिरकत की और हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम व उनके 72 जांनिसार साथियों की शहादत को खिराज-ए-अकीदत पेश किया।

जुलूस की शुरुआत हज़रत इमाम हुसैन की याद में कलाम पढ़कर हुई, जो कस्बे के विभिन्न रास्तों से गुजरा। जगह-जगह लोगों ने गुलपोशी कर अकीदत पेश की। माइक संभालने के बाद प्रसिद्ध कव्वाल अरशद वारसी ने जैसे ही अपना कलाम पेश किया, पूरी फिज़ा ?या हुसैन? के नारों से गूंज उठी। उन्होंने पढ़ा "यज़ीद बोला मेरे पास खजाना है, हुसैन बोले नाना को मुंह दिखाना है।"

इसके बाद दूसरे कव्वाल ने दिल को छू लेने वाला कलाम पेश किया "जन्नत नहीं सज्दों से मिलती, ये समझ ले इंसान, जब तक इशारा न हो हुसैन और उनके नाना का।"

कार्यक्रम में हज़रत मोहम्मद ﷺ, हज़रत अली कर्रमल्लाहु वजहु और बीबी फातिमा रज़ियल्लाहु अन्हा को भी याद किया गया।

यादगार हुसैन कमेटी के सदस्य, क्षेत्रीय संभ्रांत नागरिक और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी मौजूद रहा। आयोजन शांतिपूर्ण और अनुशासित वातावरण में सम्पन्न हुआ।