संस्कार पूर्ण शिक्षा के अभाव में माता-पिता बन रहे हैं, संतान का बोझ:- प्रदेश सचिव

पूर्णिया। लोक शिक्षा समिति, बिहार के प्रदेश सचिव रामलाल सिंह ने सरस्वती विद्या मंदिर प्लस टू ,बाघमारा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बैठक में कहां की आज मां-बाप अपने संतान को शिक्षा देने के लिए हर प्रयास कर रहे हैं यहां तक की मजदूरी करके या एक रोटी कम खा कर भी अपने संतान को पढ़ा रहे हैं। लेकिन संस्कार पूर्ण शिक्षा के अभाव में संतान बुढापे में मां-बाप का सहारा नहीं बन पा रहा है। वही उन्होंने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर ऐसा विद्यालय है जो संस्कार के साथ शिक्षा दे रहा है। आज लाखों लाख की संख्या में सरस्वती विद्या मंदिर से पढ़कर अच्छे पद पर कार्यरत हैं या जो पद पर कार्यरत नहीं है, वह भी अपने संस्कारों को जीवित रखे हुए हैं। बैठक के दौरान बताएं कि वर्ग एक से पांच तक की पढ़ाई में मातृभाषा का प्रयोग करना है। भईया - बहनों को प्रैक्टिकल के माध्यम से पढ़ना है ताकि खेल-खेल में सीख सके। निरीक्षण के दौरान सरस्वती विद्या मंदिर बाघमारा के नवनिर्मित भवन का भी निरीक्षण किया।
इस मौके पर जिला निरीक्षक गणेश प्रसाद, संकुल संयोजक पूर्णिया बिंदेश्वरी महतो ,सरस्वती विद्या मंदिर प्लस टू बाघमारा पूर्णिया, सचिव अजय कुमार सिंह, सरस्वती विद्या मंदिर प्लस टू,बाघमारा प्रधानाचार्य मनोज कुमार सिंह एवं आचार्य, बंधु भगिनी उपस्थित रहे।