टाइनी टाट्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में गुरुदेव टैगोर को बच्चों ने दी श्रद्धांजलि

उतरौला (बलरामपुर)
उतरौला के प्रतिष्ठित टाइनी टाट्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार को महान कवि, साहित्यकार और नोबेल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर की जयंती पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर निबंध प्रतियोगिता और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के दौरान निबंध लेखन में बच्चों ने "रविंद्रनाथ टैगोर का जीवन और योगदान" विषय पर अपने विचारों को कलमबद्ध किया। छात्रों ने रविंद्रनाथ टैगोर के जीवन, उनके साहित्यिक योगदान, शिक्षण पद्धति और उनके आदर्शों पर प्रकाश डाला। दूसरी ओर, पेंटिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने 'शांति निकेतन', 'गीतांजलि' और 'प्रकृति के सुंदर चित्रण' को अपनी कल्पना के रंगों से सजाया। पेंटिंग में बच्चों की रचनात्मकता और रंगों का संयोजन देखने लायक था।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के डायरेक्टर सैफ अली ने कहा कि "रविंद्रनाथ टैगोर न केवल एक महान साहित्यकार थे, बल्कि वे एक अद्भुत शिक्षाविद और कलाकार भी थे। उनका दृष्टिकोण शिक्षा को बंधनों से मुक्त करना था, जो आज भी प्रेरणादायक है। उनकी रचनाएं मानवीय मूल्यों, प्रेम और प्रकृति से हमें जोड़ती हैं। विद्यार्थियों को टैगोर के आदर्शों से सीख लेनी चाहिए और अपने जीवन में रचनात्मकता को स्थान देना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा कि टैगोर के 'शांतिनिकेतन' की तरह शिक्षा को एक स्वाभाविक और रचनात्मक वातावरण में प्रदान करना ही आज की जरूरत है।
रविंद्रनाथ टैगोर को 'गुरुदेव' की उपाधि महात्मा गांधी ने दी थी। उनका मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि इंसान के भीतर की रचनात्मकता को जागृत करना है।
अंत में विद्यालय के डायरेक्टर सैफ अली ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अध्यापकों की सराहना की। उन्होंने अनिल कुमार गुप्ता, राशिद रिजवी, कामेश्वर दत्त तिवारी, अमित कुमार मिश्रा आदि के योगदान को महत्वपूर्ण बताया। उनकी देखरेख में बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार वितरण के समय विद्यालय के शिक्षकगण और विद्यार्थी उपस्थित रहे।