पूर्व पाकिस्तानी सांसद ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को मिलाकर कहा कि वह किसी कीमत पर वापिस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते।

रतिया (सुनील कुमार)

रतिया उप मंडल के गांव रतनगढ़ में रह रहे पाकिस्तान के पूर्व राज्यसभा सांसद दिवाया राम व उनके परिवार के सदस्यों ने आज पंचकुला में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली से मिल कर कहा कि वह अब किसी भी कीमत पर पाकिस्तान वापिस नहीं जाना चाहते हैं, उनका परिवार 25 सालों से भारत में रह रहा है। उनके परिवार ने कानून के तहत भारतीय नागरिकता लेने के लिए आवेदन भी किया हुआ है। उन्हें जल्द भारतीय नागरिकता दिलवाई जाए, ताकि उन्हें वापस पाकिस्तान न जाना पड़े। दिवाया राम ने बताया कि वह पाकिस्तान में नहीं जाना चाहते। भारत में ही जीना-मरना चाहते हैं आजादी से पहले उनके परिवार के कुछ लोग पाकिस्तान में रह गए थे, तथा 1988 में पाकिस्तान की राष्ट्रीय असेंबली में उन्हें सांसद चुना गया था तथा पाकिस्तान में उनके पास जमीन, संपति सब थ, लेकिन हिंदू धर्म के लोगों पर अत्याचार होते थे। वहां काफिर कह कर जुल्म ढहाते थे, इसी कारण वह भारत में वर्ष 2000 में 30 दिन के वीजा पर आए थे। उसके पश्चात उनके परिवार को लोंग टर्म वीजा दे दिया गया, जिसे बाद में बढ़ाते रहे। साल 2006 में रतिया क्षेत्र के गांव रतनगढ़ में आकर रहने लगे। दिवाया राम ने बताया कि मोदी सरकार की ओर से सी.ए.ए कानून लागू करते ही उन्होंने पूरे परिवार को भारतीय नागरिकता दिलाने के लिए आवेदन कर दिया। उन्होंने बताया कि पहलगाम घटनाक्रम के बाद खुफिया एजेंसियां, गुप्तचर विभाग व पुलिस प्रशासन ने उनके दस्तावेजों को फिर से जांचा है। दिवाया राम ने कहा कि उनके परिवार की यही गुहार है कि पाकिस्तान में अत्याचार सहन कर हमने भारत में शरण ली है, अब उन्हें वापिस पाकिस्तान न भेजा जाए।