प्रयागराज मण्डल कार्यालय में आर्ट आफ लिविंग द्वारा तीन दिवसीय “हैपीनेस प्रोग्राम “ सम्पन्न

प्रयागराज मण्डल कार्यालय के सभागार में आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ?हैपीनेस प्रोग्राम ?के तीसरे दिन का आयोजन आज को संपन्न हुआ , जिसमें योग की विभिन्न सूक्ष्म प्रक्रियाओं के साथ महत्वपूर्ण सुदर्शन क्रिया सिखाई गई । इस अवसर पर आर्ट आफ लिविंग के प्रदेश समन्वयक, श्री बाल कृष्ण यादव; आर्ट आफ लिविंग के वरिष्ठ प्रशिक्षक , मूलचंद यादव; अपर मंडल रेल प्रबंधक/ इन्फ्रा- नवीन प्रकाश; एवं उप वित्तीय सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी/केंद्रीय रेलवे विद्युतीकरण संगठन, कौशल श्रीवास्तव , रूपाली जैन ,महिला कल्याण समिति प्रयागराज की उपाध्याक्षा एवं सहायक शिक्षिका तरुणा प्रकाश, ब्रहस्पति पाण्डेय उपस्थित रहे ।शिविर में सभी विभाग के रेलवे कर्मचारियों ने भाग लिया । इस कार्यक्रम में कई रेलवे कर्मचारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया तथा विभिन्न योग तकनीकों एवं सुदर्शन क्रिया का अनुभव करते हुए तनाव और चिंता से मुक्त होकर खुशी और आनंद के साथ जीवन जीने की कला सीखी । कई प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम के संपन्न होने पर अपने सुखद अनुभव साझा किये तथा दैनिक जीवन में इससे होने वाले लाभ का अनुभव किया I

आर्ट आफ लिविंग के उत्तर प्रदेश के समन्वयक, बाल कृष्ण यादव द्बारा सुदर्शन क्रिया से स्ट्रेस मैनेजमेंट कैसे करें तथा खुश रह कर जीवन जीने की कला बताया गया।

आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था के संस्थापक श्री श्री रविशंक का मुख्य आश्रम बंगलोर में हैं | इस संस्था के 185 से अधिक देशों में केंद्र हैं । वर्तमान समय में संघर्ष और चुनौतियों से भरे जीवन में तनाव और अवसाद से मुक्त होकर खुश रहकर जीवन जीने की कला का नाम ही आर्ट ऑफ लिविंग है । यह श्वासों पर आधारित एक सूक्ष्म कलात्मक तकनीक है जिसके माध्यम से तनाव और चिंताओं को दूर कर जीवन में खुशी और आनंद लाने की कला सीखी जाती है । आर्ट ऑफ लिविंग संस्था चिन्ता, अवसाद व तनाव से मुक्ति एवं आत्म-विकास के लियें कार्य करके समाज और राष्ट्र के उन्नति और खुशहाली में योगदान देता है ।

शिविर के दौरान योग तथा प्राणायाम के अलावा आर्ट ऑफ़ लिविंग के समन्वयकों द्वारा प्रतिभागियों को दैनिक जीवन में आने वाली परिस्थितियों को सहज भाव से स्वीकार करते हुए सुखी जीवन जीने का मार्गदर्शन किया गया । इसमें अपने आस पास के वातावरण का अनुभव करते हुए दूसरों के प्रति समान भाव तथा परस्पर सौहार्द बनाये रखने के लिए प्रेरित किया गया I

आर्ट आफ लिविंग द्वारा भविष्य में भी मंडल कार्यालय में इस शिविर को आयोजित करने की बात कही गयी । आर्ट आफ लिविंग का यह हैपीनेस प्रोग्राम पूर्ण करने पर व्यक्ति को संस्था का आजीवन सदस्यता मिल जाती है ।