कौन झूठा कौन सच्चा? कांग्रेस का कहना पूर्व भाजपा प्रत्यासी ने कराई एफआईआर, तो भाजपा ने भी भी बचाया अपना दामन ?अजित जोगी का जवाब,पतरस तिरकी के शपथपत्र पर जवाब

सवांददाता दिलीप जादवानी@ बिलासपुर::-जोगी परिवार की कानूनी मुसीबत कम होने का नाम ही नही ले रही हैं। अमित जोगी के बाद अब पूर्व सीएम अजीत के खिलाफ भी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. गौरेला थाना में बीजेपी नेत्री समीरा पैकरा ने अजित जोगी के खिलाफ फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने और उसका छलपूर्वक दुरपयोग करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाया गया है। समीरा पैकरा ने तत्कालीन तहसीलदार पतरस तिर्की के उस शपथ पत्र को आधार बनाया है। वही पूरे बीजेपी के उच्च स्तरीय नेता इस प्रकरण में दूरी बनाए हुवे है,प्रदेश के कोई भी नेता इस प्रकरण में बयान देने से बचते आ रहे हैं? वही अजित जोगी ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिये कहा है कि श्री पतरस तिरकी ने कोई शपथ पत्र मेरे खिलाफ दिया है। इस सम्बन्ध में उपरोक्त श्री पतरस तिरकी द्वारा 06 मार्च 2002 को शपथ पत्र दिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि वर्ष 1967 में पेण्ड्रा रोड में नायब तहसीलदार और वर्ष 1986 में पेण्ड्रा रोड में तहसीलदार के पद पर पदस्थ था। उन्होंने यह भी कहा है कि मुझे कंवर जाति के होने का प्रमाण पत्र दिनांक 6/6/67 और दिनांक 6/3/86 को उनके द्वारा तत्समय प्रचलित शासन के नियमों के तहत जांच पड़ताल कर जारी किये गये है। साथ ही मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी शहडोल को थाना प्रभारी कोतवाली शहडोल द्वारा भेजे गये प्रतिवेदन की प्रति भी है, जिसमें श्री पतरस तिरकी ने उपरोक्त शपथ पत्र में लिखी बातों को दोहराया है। इस प्रकार जो जानकारी नवभारत पेपर में प्रकाशित किये गये हैं वह पूर्णतः गलत है। अब आगे देखना है कि यह राजनीति किस मोड़ पर जाती हैं ?