प्रशासनिक नियंत्रण से बाहर है पर्वों पर बाजारों का हाल,स्वच्छ भारत का स्लोगन केवल दीवारों तक

ऊंचाहार,रायबरेली।त्योहारों पर बाजार में बढ़ी हुई कीमतों पर प्रशासन का नियंत्रण नहीं रहा है।जबकि अक्सर ऐसा पाया गया है कि बड़े त्यौहारों पर सब्जी,फल और मिठाइयों की दामों इजाफा हो जाता है।बढ़ी हुई कीमतों पर और दुकानदारों की मनमानी के आगे ग्राहक की एक भी नहीं चलती और उसे अपनी जेब ढीली करनी पड़ती है। शिकायत के बावजूद प्रशासन संज्ञान नहीं लेता।साथ ही मानो खाद्य सुरक्षा विभाग पहले से ही सांठ गांठ कर लेता है और अधिकांश दुकान पर खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा प्रदत्त प्रमाणपत्र भी देखने को नहीं मिलता।ऊंचाहार नगर में संचालित प्रसिद्ध रेस्टोरेंट के आस पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है और नालियां गंदगी से भरी पड़ी हैं।दुर्गंध उठ रही और मिठाई समेत खाने पीने की सामग्री बिना ढंके बिक्री की जा रही है।राजमार्ग के आवागमन को अवरुद्ध किया जा रहा है परन्तु प्रशासन ने आंख बंद कर ली है।जबकि प्रसिद्ध रेस्टोरेंट में वीआईपी लोगो के साथ शासन प्रशासन का भी आना जाना रहता है।स्वच्छ भारत जैसे स्लोगन सिर्फ दीवारों तक ही सीमित रह गए,धरातल पर वहीं बदबू गंदगी का अंबार।वहीं उपजिलाधिकारी ऊंचाहार सिद्धार्थ चौधरी से इस विषय में होली से एक दिन पूर्व 13 मार्च को बात की गई तो उनके अनुसार ऐसा लगा कि उन्हें बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है।ना तो वह किसी ऐसी एक भी दुकान का नाम बता पाए जहां से खाद्य सुरक्षा विभाग ने नमूने भरे हो।उप जिलाधिकारी ऊंचाहार ने सिर्फ यही कहा कि हम खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी से बात करके पता करते हैं। करीब 1 घंटे बाद दोबारा फोन करने पर एसडीएम ने फोन ही नहीं उठाया।प्रशासन की अनदेखी से बाजार में मुनाफाखोरी का धंधा जोरों पर है।