जनता,समाधान,मुख्यमंत्री पोर्टल जैसे कार्यक्रमों के बाद भी पीड़ितों को नहीं मिल रहा न्याय,धरना देने के लिए मजबूर

रायबरेली।जनता दर्शन,समाधान दिवस जैसे कार्यक्रमों के बावजूद भी आम जन लोगों की 84 कोशीय परिक्रमा खत्म होने का नाम नहीं ले रही।दिनप्रतिदिन शासन प्रशासन के अधिकारियों पर जनता आरोप लगाती है।आम आदमी की अपनी समस्या के साथ संबंधित अधिकारी कर्मचारी को मामले से अवगत कराकर निराकरण की मांग करता है।वहीं कुछ शासन प्रशासन के लोग समाधान कि कीमत मांग बैठते है।जिससे आम आदमी न्याय की मांग के लिए उच्च अधिकारियों की चौखट पर दौड़ लगाने को मजबूर हो जाते है।कैसी न्याय प्रक्रिया है,पीड़ित दर दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हो जाए।कैसा रामराज्य है।आम आदमी को न्याय पाने के लिए धरने का रास्ता अख्तियार करना पड़ता है,तब जाकर अधिकारियों के आंखों की नींद गायब होती है।ऐसा ही एक मामला ऊंचाहार तहसील क्षेत्र के इटैली ग्राम सभा का है।जहां गांव निवासिनी शीला देवी की सहन की जमीन पर दबंगों ने उपले,बांस आदि बांध कर कब्जा कर रखा है।पीड़ित ने बताया कि पूर्व वर्ष 2024 में जिलाधिकारी के आदेश पर सहन की जमीन को दबंगों के द्वारा कब्जा मुक्त कराया गया था।किंतु वर्ष 2025 में दबंग पुनःसहन की जमीन पर अपना झंडा गाड़ने के लिए प्रधान और लेखपाल की सह पर कामयाब होते नजर आ रहे है।वही पीड़ित ने समाधान दिवस,जनता दर्शन,मुख्यमंत्री पोर्टल जैसे माध्यमों से मामले को उच्च अधिकारियों को अवगत कराया किंतु न्याय की जगह पीड़ित को राजस्व कर्मचारी द्वारा धमकाया और दबाव की बात की जा रही है।वही सूत्रों की बातों पर गौर करें तो पीड़ित के मामले में विपक्षियों से मिलकर प्रधान,लेखपाल सहित पीड़ित के मामले में हस्तक्षेप कर रहे है।जिससे पीड़ित को न्याय की जगह धमकी मिल रही है।पीड़ित शीला देवी ने बताया कि अगर न्याय नहीं मिला तो मजबूरन जिलाधिकारी कार्यालय पर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठेंगे।मेरी सहन की जमीन को विपक्षियों के चंगुल से मुक्त कराया जाए।