जलालाबाद।कौशल शुक्ला के पुत्र स्व. वैभव शुक्ला 'विभू' का दसवां व एकादशा 9 मार्च 2020 को

जलालाबाद।कौशल शुक्ला के पुत्र स्व. वैभव शुक्ला 'विभू' का दसवां व एकादशा 9 मार्च 2020 को रामलीला बाली बगिया में होगा।
(अखिल भारतीय गायत्री परिवार )
भारतीय संस्कृत के अनुसार मृत्यु के साथ जीवन समाप्त नहीं होता अनंत जीवन श्रृंखला की एक कड़ी मृत्यु भी है इसलिए संस्कारों के क्रम में जीव की उस स्थिति को भी बांधा गया है जब वह एक जन्म पूरा करके अगले जन्म जन्म की ओर उन्मुख होता है तो कामना की जाती है कि संबंधित जीवात्मा का अगला जीवन पिछले की अपेक्षा अधिक सुसंस्कारवान बने इस निमित्त जो कर्मकांड किए जाते हैं उसका लाभ जीवात्मा को क्रिया कर्म करने वाले की श्रद्धा के माध्यम से ही मिलता है
काया की समाप्ति के बाद भी जीव यात्रा रुकती नहीं है आगे का क्रम भी भली प्रकार सही दिशा में चलता रहे इस हेतु मरणोत्तर संस्कार किया जाता है यह शोक मोह के पूर्णाहुति का विधिवत आयोजन है मृत्यु के कारण घर में शोक वियोग का वातावरण रहता है बाहर के लोग भी संवेदना सहानुभूति प्रकट करने आते हैं ,शोक का वातावरण लंबी अवधि तक न खिंचता जाय।।
परिजनों द्वारा कर्तव्यों की ओर पुनः ध्यान देना आरंभ किया जाए।
इससे मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति प्राप्त होती है तथा जीव का मृत शरीर और स्वयं के परिवार से मोह भंग हो जाता है।