Kashmir Vande Bharat Express: सालों की मेहनत और कई संघर्ष..अब सच हुआ सपना, पहली बार कश्‍मीर पहुंची वंदे भारत,

वर्षों की कड़ी मेहनत और समर्पण और इंजीनियरिंग के कुछ चमत्कारों के बाद कश्मीर की रेल कनेक्टिविटी का सपना सच हो हुआ है. शनिवार को विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अपना ट्रायल रन पूरा करते हुए कश्?मीर के श्रीनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंची.धरती का स्?वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर में पहली बार वंदे भारत ट्रेन पहुंच गई है. आजादी के इतने साल बाद कश्मीर से बाहरी राज्यों के लिए रेल कनेक्टविटी का सपना सच हुआ है, जो देश और कश्मीर के लिए बड़ा दिन है. अब कश्मीर के लोगों के लिए जम्मू, दिल्ली और अन्य राज्यों के लिए रास्ते आसान हो जाएंगे. साथ ही कश्मीर जाने वाले लोगों के लिए भी यह रास्ता और आसान हो जाएगा. वर्षों की कड़ी मेहनत और समर्पण और इंजीनियरिंग के कुछ चमत्कारों के बाद कश्मीर की रेल कनेक्टिविटी का सपना सच हो हुआ है. शनिवार को विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अपना ट्रायल रन पूरा करते हुए कश्मीर के श्रीनगर रेलवे स्?टेशन पर पहुंची. यह ट्रेन अपने पहले ट्रायल रन पर जम्मू के कटरा से शहर के बाहरी इलाके नौगाम में श्रीनगर स्टेशन पर पहुंची. जो शुक्रवार को जम्मू में थी.

नारे से गूंजा रेलवे स्टेशन

ट्रायल के दौरान जब वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 11:30 बजे स्टेशन पर पहुंची. इसका स्वागत 'भारत माता की जय' के नारे और भारतीय रेलवे की प्रशंसा के साथ किया गया. सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग और रेलवे अधिकारी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, उनमें से कई ट्रेन में सवार अधिकारियों का स्वागत करने के लिए मालाएं लेकर चल रहे थे.

यहां स्टेशन पर कुछ देर रुकने के बाद ट्रेन अपना ट्रायल रन पूरा करने के लिए बडगाम स्टेशन पर पहुंच गई. एक अधिकारी ने कहा, 'कटरा और कश्मीर के बीच वंदे भारत का पहला ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हो गया.' यह ट्रेन खासतौर से जम्मू और कश्मीर की चुनौतीपूर्ण सर्दियों की परिस्थितियों में संचालित होने के लिए डिजाइन की गई है.

ट्रायल पूरा अब कब से होगा संचालन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कटरा से ट्रेन को हरी झंडी दिखाने की उम्मीद है, क्योंकि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने कटरा-बारामुल्ला खंड पर ट्रेन सेवा चलाने के लिए हरी झंडी दे दी है. हरी झंडी दिखाने के समारोह की तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है. रेलवे ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) प्रोजेक्?ट के 272 किलोमीटर पूरे कर लिए हैं.

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रेलवे बोर्ड ने पिछले साल 8 जून को आगामी कटरा-श्रीनगर रेल मार्ग के लिए जम्मू और कश्मीर की चुनौतीपूर्ण सर्दियों की परिस्थितियों में संचालन के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का अनावरण किया था. इस ट्रेन में विशेष जलवायु संबंधी विशेषताएं शामिल हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में चलने वाली अन्य 136 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में, इस ट्रेन में जम्मू और कश्मीर की चरम मौसम स्थितियों में परिचालन चुनौतियों और यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई सुविधाएं हैं.

अन्य वंदे भारत से अलग है ये ट्रेन

इसमें उन्नत हीटिंग सिस्टम शामिल हैं जो पानी और बायो-टॉयलेट टैंकों को जमने से रोकते हैं, वैक्यूम सिस्टम के लिए गर्म हवा प्रदान करते हैं और उप-शून्य तापमान में भी सुचारू संचालन के लिए एयर-ब्रेक सिस्टम दिए गए हैं. ट्रेन में विंडशील्ड में एम्बेडेड हीटिंग तत्व भी हैं, जो ड्राइवर के सामने के लुकआउट ग्लास को ऑटोमैटिक तौर पर डीफ्रॉस्ट करते हैं.

इन जलवायु-संबंधी सुविधाओं के अलावा, इसमें मौजूदा वंदे भारत ट्रेनों की अन्य सभी सुविधाएं शामिल हैं, जिसमें पूरी तरह से वातानुकूलित कोच, स्वचालित प्लग दरवाजे, मोबाइल चार्जिंग सॉकेट और इसी तरह की अन्य सुविधाएं हैं. अधिकारियों ने कहा कि कश्मीर घाटी की राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से कनेक्टिविटी बढ़ाकर, यह ट्रेन भौगोलिक और आर्थिक अंतर को पाटने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है.

कश्मीर के लिए क्?या है रेलवे का टारगेट

यह रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा अप्रूव 272 किलोमीटर की यूएसबीआरएल परियोजना को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसका उद्देश्य कश्मीर घाटी को व्यापक भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ना है. पिछले महीने, भारतीय रेलवे ने ट्रैक के कई हिस्?सों पर छह ट्रायल रन किए हैं, जिनमें देश का पहला केबल-स्टेड रेल पुल, अंजी खाद पुल और कौरी में चिनाब नदी पर आर्च ब्रिज जैसे महत्वपूर्ण मील के पत्थर शामिल हैं.