आदिम जाति सेवा सहकारी समिति केंद्र पटना  उपार्जन केंद्र में एक लिपिक के भरोसे धान खरीदी अनियमिताओं आंबर : सूत्र

बैकुंठपुर। प्रदेश के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री के सुशासन में प्रदेशभर में 14 नवंबर 2024 से आदिम जाति सेवा सहकारी समिति केंद्र में धान की खरीदी जोरो पर की जा रही है वहीं समितियों में किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो इसके लिए सभी समितियों में व्यवस्था को ले कर जिला प्रशासन ने सख्त हिदायत भी दी जा चुकी है समितियो में किसान अपना साल भर का खून पसीना सीच कर धान को उपजाऊ कर धान को जब समिति में विक्रय करने आता है तो वह इस उद्देश्य से आता है कि मुझे धान का सही दाम मिल सके,जिसका एक सही दाम किसानों को मिले इसके लिए प्रदेश की सरकार भी सही दाम 3100 रुपए प्रति कुंटल की दर पर दी जा रही है राज्य शासन की महत्व कांछी योजना का लाभ भी किसानों के खाते में सीधा भेजा जा रहा है लेकिन किसान जब अपना धान बेचने समिति में आते है तो किसानों के धान में कमी बता कर व वारदाना, हामाली जैसे कारण बता कर प्रति एक किसान से 1500 से 2000 हज़ार की राशि वसूल कर ली जाती है भोले भाले किसान भी राशि दे देते है वही पिछले वर्ष की भाती इस वर्ष भी पटना समिति हाई प्रोफाइल में है जहां धान की खरीदी अन्य समिति से अत्यधिक धान की खरीदी की जाती है समिति एक व्यक्ति लिपिक पद में कार्यरत है जो धान की खरीदी कर रहा है किसानों से भी अच्छा खासा रकम की वसूल भी की जा रही है वहीं जब इसकी जानकारी किसानों से ली गई तो किसानों द्वारा कुछ बोलने से परहेज है जानकारी के अनुसार लिपिक राजनीतिक पकड़ रखता है जिससे किसी तरह से कार्यवाही नहीं की जाती है पूर्व में किसान स्वयं से धान का तौल कर रहे है स्वयं ही धान को चट्टे में चढ़ाने का कार्य कर रहे है ।