सावधान पत्रकारों को फर्जी कहने पर हो सकती हैं, जेल

सवांददाता दिलीप जादवानी@:-- प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या पोर्टल वेब मीडिया से जुड़कर काम करने वाले गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को अगर कोई शासनिक प्रशासनिक अधिकारी या कोई भी फर्जी कहता है तो उसके खिलाफ न्यायालय में मुकदमा कायम कराया जा सकता है बशर्ते आपके पास पूरा प्रूफ हो जिसमें आपको फर्जी करार दिया हो भारतीय मीडिया फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एके बिंदुसार ने ऐलान किया कि वेब मीडिया से जुड़कर कार्य करने वाले हैं स्वतंत्र पत्रकार सोशल मीडिया से जुड़कर काम करने वाले हैं पत्रकार मित्र अथवा स्वतंत्र पत्रकार ऐसे में बिना पत्रकार का मापदंड पुरे प्रमाण के साथ बिना बताए अगर पत्रकारों को कोई फर्जी कहता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही कराई जाएगी श्री बिंदुसार ने कहा कि जिसे पत्रकारिता का अर्थ जानना है वह मेरे साथ बैठकर वार्ता कर सकता है उन्होंने कहा कि किसी भी रजिस्टर्ड मीडिया संस्थान से जुड़कर पत्रकारिता का कार्य करने वाले फर्जी नहीं हैं उन्होंने कहा कि पत्रकारिता जगत में मान्यता प्राप्त पत्रकार एवं गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार की बात करके पत्रकारों के बीच में झगड़ा लड़ाने वाले लोग देश द्रोही के साथ समाज द्रोही भी हैं उनके खिलाफ भारत सरकार और राज्य सरकारों को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए साथ मे ये भी कहा कि चाहे प्रशासनिक अधिकारी हो या राजनेता पत्रकारों के बारे में असली और नकली की बात उठाने वाले सभी भ्रष्टाचारी और फिरका परस्त लोग हैं अगर उनके आय के स्रोतों की जांच करा लिया जाए तो वे भ्रष्टाचार के दलदल में इतने डूबे हुए मिलेंगे जिसका अंदाजा किसी को सपने में भी नहीं रहा होगा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को स्वतंत्रता पूर्वक कार्य करने से रोकने की एक साजिश के साथ पत्रकारों के ऊपर फर्जी मुकदमे करके दहशत पैदा किया जा रहा है जिससे कि पत्रकारिता के क्षेत्र में जुड़ने वाले लोगों की जो तादाद बढ़ रही है उस पर ब्रेक लग जाए और कुछ गिने चुने लोगों को लुभाकर अपना कार्य सिद्ध किया जा सके लेकिन फिरका परस्तो और अवसर वादीयो का मंशापूर्ण इस जनम में नहीं होगा अब देश की जनता जाग चुकी है आज अपने अधिकार सम्मान सुरक्षा की लड़ाई को लड़ने के लिए एक-एक नौजवान सड़कों पर उतरने को तैयार है उन्होंने कहा कि रजिस्टर्ड मीडिया संस्थानों से जुड़कर सोशल मीडिया पर ग्रुप अथवा समूह बनाकर कार्य करने वाले लोग भी फर्जी नहीं है उन्हें पत्रकार मित्र या स्वतंत्र पत्रकार कहा जा सकता है । नैशनल जर्नलिस्ट वेलफेयर बोर्ड के वाइस चैयरमैन (नार्थ) संजय राय ने श्री बिंदुसार के बयान का स्वागत किया और कहा कि पत्रकार ही पत्रकारों का वर्गीकरण कर उनको अपमानित करेगा तो अन्य लोग सभी पत्रकारों का अपमान करेंगे अतः सभी को एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिला के एकजुटता से इस मंदी के दौर में जहां पत्रकारिता और मीडिया पर संकट के दौर में आरोप प्रत्यऱोप से बचना चाहिए ।