ऑपरेशन त्रिनेत्र,पुलिस की तीसरी आंख,अपराधियों पर कसेगी शिकंजा

आपरेशन त्रिनेत्र: अपराधियों का काल बन, गुंडे बदमाशों पर पुलिस की तीसरी आंख कसेगी शिकंजा एडीजी जोन रमित शर्मा ने सभी जिलों में आपरेशन त्रिनेत्र पर किया फोकस 27 से 31 जनवरी तक जोन के सभी नौ जिलों में चल रहा है विशेष अभियान कट्रोल रूम से सीधे कनेक्ट होंगे सीसीटीवी, ब्लैक स्पॉट किये जायेंगे चिन्हित28 दिसंबर

बरेली।शासन की मंशा के अनुरुप डीजीपी उत्तर प्रदेश के निर्देश पर कानून व्यवस्था को और सुद्रढ़ बनाने के लिये बरेली जोन पुलिस लगातार काम कर रही है। गुंडे-माफियाओं के खिलाफ की जा रही कड़ी कार्रवाई के क्रम में बरेली जोन पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र को लेकर एक विशेष अभियान शुरू कर दिया है। इस ऑपरेशन के जरिए पुलिस हत्या, लूट व डकैती समेत कई गंभीर घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों की धर पकड़ को और तेजी से करेगी। एडीजी जोन रमित शर्मा के निर्देश पर बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा एवं बिजनौर में 27 दिसंबर से 31 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में जनपद में अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे। उनको कंट्रोल रुम से सीधे जोड़ा जायेगा। जिले में ब्लैक स्पॉट भी चिन्हित किए जाएंगे तथा उन सभी ब्लैक स्पॉट पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे। जहां सीसीटीवी कैमरे खराब हैं उनका सत्यापन कर वहां नये कैमरे लगाये जायेंगे।जोन के सभी जनपद प्रभारियों को दिए गए निर्देश एडीजी जोन रमित शर्मा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरेली, बदायूं और मुरादाबाद व पुलिस अधीक्षक पीलीभीत, शाहजंहापुर, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर और संभल को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद में जुलाई माह में अपराध नियंत्रण करने के उद्देश से लगाए गए सीसीटीवी कैमरों के उपयोग से पुलिस व्यवस्था बेहतर हुई थी। इसी के दृष्टिगत ज्यादा से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और उनको कंट्रोल रुम से जोड़ा जाये। जिससे आवश्यकता पड़ने पर पुलिस को अपराधियों का डाटा और डिजिटल साक्ष्य संकलन में सहायता मिल सकेगी।आम लोगों से अच्छी तरह से पेश आए पुलिस।एडीजी जोन रमित शर्मा ने निर्देशित करते हुए कहा कि आम जनमानस के बीच पुलिस का व्यवहार मित्रवत होना चाहिये। पुलिस उनसे शालीनता से बर्ताव करे। उनका आचरण और कार्य उच्च कोटि का होना चहिये। जिससे लोग बिना भयभीत हुये उनसे सीधे जुड़ सकें। लोग पुलिस के पास जाने से न कतराएं। अपनी बात को निर्भीकता से कह सकें। समाज के सभी वर्गों के लोगों के बीच जाकर पुलिसजन अपना संवाद स्थापित करें। जिससे पुलिस को अपराधियों और समाज विरोधी कृत्य करने वालों के बारे में जानकारी मिल सके।