भगवद्गीता छात्रों के व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास के लिए मार्ग दर्शक  

रायबरेली।एनटीपीसी चिन्मय विद्यालय के प्राचार्य की कलम से भगवद्गीता छात्रों के लिए व्यक्तिगत और शैक्षणिक विकास के लिए मार्गदर्शक साबित हो सकती है।गीता से मिलने वाली नैतिक शिक्षाओं से छात्रों के जीवन और अध्ययन के प्रति उनका दृष्टिकोण बदल सकता है।गीता से मिलने वाली कुछ शिक्षाएं यह हैं - जीवन को संतुलित करना ध्यान,केंद्रित करना वैराग्य का अभ्यास करना, दूसरों के प्रति दयालु और क्षमाशील होना, काम क्रोध, लोभ, मोह, से दूर होना और सकारात्मक ऊर्जा का विकास होना।इसी उद्देश्य के साथ चिन्मय विद्यालय ने इस जनपद स्तरीय प्रतियोगिता की शुरुआत की।इस जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में सभी विद्यालयों ने अपना सराहनीय योगदान दिया प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा 30 नवंबर को की जाएगी।जिसमें पुरस्कार वितरण विश्व प्रमुख स्वामी स्वरूपानंद जी के कर कमल द्वारा किया जाएगा।प्रतियोगिता के अंतिम चरण के सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार में धन राष्ट्रीय प्रमाण पत्र के साथ दिया जाएगा।दिनांक 27 से 30 नवंबर को होने वाले वार्षिकोत्सव में जनपद के समस्त आगंतुक सादर आमंत्रित है।जानकारी चिन्मय विद्यालय प्राचार्यमनीष कुमार स्वामी द्वारा दी गई।