महिला अपराध पर थाना प्रभारी ने नहीं किया कोई कार्रवाई

रायबरेली।महिलाओं के प्रति संवेदनशील सरकार की पुलिस पति द्वारा बर्बरता के मामले अनदेखी कर रही है।दहेज के लिए पति ने पत्नी को कमरे में बन्द करके बेरहमी से पिटाई कर दी।थाने में शिकायत करने पर काबिल पुलिस ने मुकदमा तो दूर पीड़िता का मेडिकल तक नहीं कराया।परेशान पीड़िता दरबदर भटक रही है।मामला हरचंदपुर थाना क्षेत्र का है।मझिगवाँ करन मजरे चौहनिया निवासिनि नीलम की शादी प्रदीप कुमार के साथ वर्ष 2012 में हुई थी।आरोप है कि शादी के बाद जब से पीड़िता नीलम बिदा होकर गई तब से ससुरालियों ने दहेज मांगना शुरू कर दिया।पीड़िता जब जब मायके से रुपए लाकर ससुरालियों को देती तब कुछ दिन वह शान्त हो जाते।इस बीच पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया।दहेज के लिए ताने सुनते शादी के करीब 11 वर्ष बीत गए।लेकिन पति प्रदीप,ससुर गुरुप्रसाद व सास रामकली की दहेज की मांग और लालच नहीं रुकी।पीड़िता का आरोप है उसके पति प्रदीप का किसी अन्य महिला के चक्कर में उसे प्रताड़ित करता है।इन्हीं सारी बातों के चलते शनिवार की शाम करीब तीन बजे पति प्रदीप ने पत्नी नीलम को कमरे में बन्द करके बेरहमी से पिटाई कर दी।महिला मायके से भाई को बुलाकर थाने में शिकायत की।लेकिन काबिल पुलिस ने मामले के चौबीस घण्टे बीतने के बाद न ही मुकदमा दर्ज किया और न ही पीड़िता में मेडिकल परीक्षण कराया।पुलिस की इस अनदेखी से महिला न्याय की आस में दर दर की ठोकरें खा रही है।मामले में थाना प्रभारी ने गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए बताया कि सुनने में आया है कि पीड़िता के पति ने जहर खा लिया है और वह अस्पताल में भर्ती है।थाना प्रभारी किस तरह से महिला अपराध मामले में बेपरवाह हैं।पीड़िता का न ही अबतक मेडिकल परीक्षण कराया और न ही मुकदमा दर्ज किया। महोदय ने जांच कराने की जहमत तक नहीं की।