श्रीमद्भागवत कथा मानव जीवन के लिए अमृत के समान है आचार्य महेंद्र कृष्ण कन्हैया

मानव जीवन का वास्तविक दर्पण श्रीमद्भागवत कथा,जो मानव श्रीमद्भागवत कथा का अर्थ न समझ सके उसका जीवन व्यर्थ है।

ऊंचाहार,रायबरेली। श्रीमद्भागवत कथा मानव जीवन के लिए अमृत के समान है।यह अभिव्यक्ति परमश्रद्धेय आचार्य महेंद्र कृष्ण कन्हैया ने रविवार प्रथम दिन की श्री मद्भागवत की कथा में व्यक्त की है।क्षेत्र के मनीरामपुर आज रविवार से श्री मद्भागवत कथा की शुरुआत हुई।कथा के मुख्य यजमान शिवमोहन सिंह भदौरिया हैं,उनके अपने निवास मनीरामपुर मजरे गोपालपुर उधवन में श्री मद्भागवत की कथा रविवार 03 नवंबर को कलश यात्रा के साथ शुरू हुई।श्रीमद्भागवत कथा की पूर्णाहूति 11 नवंबर को हवन पूजन के साथ होगी, साथ ही विशाल भंडारा महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा।कथावाचक ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मानव जीवन के लिए अमृत के समान है, क्योंकि श्रीमद्भागवत कथा में मनुष्य जीवन के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है।जिससे मनुष्य अपने मानव जीवन को पूर्ण कर मोक्ष को प्राप्त कर सकता है। कथावाचक ने कहा कि क्षेत्रवासियों को ज्यादा से ज्यादा इस शुभ अवसर का लाभ उठाना चाहिए और श्री मद्भागवत की कथा का अमृतपान करना चाहिए।मानव जीवन का वास्तविक दर्पण श्रीमद्भागवत कथा है।जो मानव कथा का अर्थ न समझ सके उसका जीवन व्यर्थ है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक कथा का सभी रस पान कर समाज को नई दिशा प्रदान करें।इस शुभ अवसर पर दीपक सिंह, कुलदीप सिंह,सुभाष सिंह, दिग्विजय सिंह भदौरिया,त्रिवेणी बहादुर सिंह चौहान,बिपिन सिंह राठौर,सतीश सिंह चौहान,बबन सिंह चौहान,रामू सिंह चौहान सहित भक्त गण मौजूद रहे।