सुहागिनों के प्रेम एवं त्याग का प्रतीक है करवा चौथ का पर्व

रायबरेली।जिले भर में 20 अक्टूबर रविवार को करवा चौथ का पर्व पारम्परिक रीति-रिवाजो के अनुसार मनाया जा रहा है।इसको लेकर शनिवार को बाजारों में काफी चहल-पहल देखने को मिली।महिलाओं ने कॉस्मेटिक की दुकानों पर जाकर नेल पॉलिश,चूड़ी व अन्य सौंदर्य प्रसाधन के सामान खरीदे।इसके अलावा ब्यूटी पार्लर पर महिलाओं की काफी भीड़ देखी गई।कोई महिला हाथों पर मेहंदी रचवा रही थी तो कोई फैशियल व आइब्रो बनवा रही थी।शनिवार सुबह से लेकर रात तक बाजार में महिलाओं का आना-जाना लगा रहा।सदर विधायक अदिति सिंह सभी सुहागिन महिलाओं को करवा चौथ की बधाई देते हुए कहा कि करवा चौथ भारतीय महिलाओं के लिए बड़ा पवित्र दिन है।जो उनके सौभाग्य एवं स्वाभिमान को व्यक्त करता है।पूर्व प्रत्याशी ऊंचाहार अंजली मौर्या ने कहा कि यह त्योहार प्रेम एवं त्याग का प्रतीक है।इस पर्व पर सौभाग्यवती स्त्रियां पति की दीर्घायु एवं निरोग जीवन व अपने पारिवारिक सुखद जीवन की कामना के लिए व्रत रखती है।अध्यक्ष जिला पंचायत रंजना चौधरी ने कहा कि सभी महिलाओं को पर्व परंपरागत रीति- रिवाजों के अनुसार मनाना चाहिए।करवा चौथ के पर्व पर पंडित दयाराम जोशी ने बताया कि चंद्रोदय का समय शाम 7बजकर 40 मिनट पर है।इस दरम्यान सुहागिनों को पूजाकर और चन्द्र देव को अर्घ्य देकर कर जल ग्रहण करना चाहिए।