राजस्व कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ई-नामांतरण प्रक्रिया का पालन अविवादित नामांतरण, बंटवारा व सीमांकन के मामलों में समय-सीमा के भीतर कार्यवाही- तहसीलदार डॉ.अमृता सिंह

बैकुण्ठपुर। विगत दिनों एक दैनिक समाचार पत्र ने 16 अक्टूबर 2024 को कोरिया जिले के राजस्व कार्यों से संबंधित खबर प्रकाशित की गई थी, जिसमें आम जनता के कार्यों में देरी और दलालों के कार्य तत्परता से किए जाने का आरोप लगाया गया था। जिला प्रशासन ने इन आरोपों को पूरी तरह असत्य और तथ्यों के विपरीत बताया है। बैकुंठपुर तहसीलदार डॉ. अमृता सिंह ने जानकारी दी है कि वर्ष 2023-24 के दौरान 742 अविवादित नामांतरण, 81 अविवादित बंटवारा और 561 सीमांकन के मामलों में समय सीमा के भीतर विधिवत कार्यवाही की गई है। शासकीय जमीनों को निजी हाथों में बेचे जाने संबंधी आरोप भी पूरी तरह से गलत हैं। अब-तक ऐसी कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है। राजस्व कार्यों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ई-नामांतरण प्रक्रिया का पालन किया जाता है। सभी आवेदन ऑनलाइन प्राप्त होते हैं और नियमानुसार ईश्तहार जारी करने के बाद हल्का पटवारी से जांच कराकर नामांतरण की कार्यवाही की जाती है, जो आम जनता के अवलोकन हेतु उपलब्ध रहती है। ग्राम आनी और ग्राम बस्ती के मामले में भी खबर में दिए गए तथ्यों को खारिज किया गया है। ग्राम आनी में शासकीय से निजी नामांतरण की प्रक्रिया पूरी तरह वैध है, जिसमें कलेक्टर सरगुजा के अनुमति आदेश के साथ पंजीकृत विक्रय पत्र प्रस्तुत किया गया था। इसी तरह, ग्राम बस्ती की भूमि 1954-55 के राजस्व अभिलेखों में पहले से निजी स्वामित्व में दर्ज थी, जिसे विधिवत रूप से बेचा गया है। तहसीलदार डॉ अमृता सिंह ने यह भी स्पष्ट किया है कि बैकुण्ठपुर तहसील कार्यालय में अधिकारी और कर्मचारी नियमित रूप से उपस्थित रहते हैं और आम जनता के आवेदनों का समय पर निराकरण किया जाता है। किसी भी व्यक्ति को अपने छोटे-मोटे कामों के लिए चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। उन्होंने उक्त खबर पर स्पष्ट किया है कि सभी आरोप तथ्यहीन हैं और आम जनता के कार्य समयबद्ध तरीके से निपटाए जा रहे हैं।