नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत वृहद विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन शिव मंगल मौर्य इंटर कॉलेज में संपन्न

रायबरेली।उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार व माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तरूण सक्सेना के दिशा-निर्देशन में शिवमंगल मौर्य इण्टर कॉलेज सिद्धार्थ नगर, ऊँचाहार रायबरेली में ड्रग्स, धूम्रपान व मद्यपान के उन्मूलन हेतु संवेदीकरण के विषय पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनुपम शौर्य द्वारा गौतम बुद्ध की प्रतिमा पर दीपप्रज्जवित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। इस शिविर में परितोष प्रकाश, अपर सिविल जज द्वारा बताया गया कि ड्रग्स का सेवन करने वाले बच्चों का पढ़ाई व खेल में मन न लगना, आँखों का लाल होना एवं जुबान लड़खड़ना, एनर्जी लूज व आपराधिक गतिविधियों में धीरे-धीरे लिप्त होने संबंधी जानकारी दी गयी। इस शिविर में नीलांचल चौधरी, अपर सिविल जज द्वारा बताया गया कि नशीले पदार्थों के सेवन से चिड़चिड़ापन, पागलपन एवं घबराहट व असमय मृत्यु तथा ड्रग्स, स्मैक, गांजा व कोकीन के प्रकार व उनसे होने वाले नुकसान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी।शिविर में रविन्द्र प्रताप सिंह, जिला आबकारी अधिकारी द्वारा बताया गया कि 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के रूप मनाया जाता है। नशा मुक्त भारत अभियान की शुरूआत 15 अगस्त 2020 को हुई थी। वर्तमान में भारत में महिला, पुरूष व युवा 47 प्रतिशत मादक द्रव्यों के सेवन व नशीली दवाओं प्रयोग करते हैं शिविर में उपस्थित बच्चों को बताया गया कि तम्बाकू सिगरेट व अन्य मादक पदार्थों से दूर रहे तथा अपने माता-पिता व अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें। इस कार्यक्रम में हर्षिता सिंह, अपर सिविल जज द्वारा बताया गया कि मादक पदार्थ हमें सामाजिक स्तर, अपने परिवार व लोगों को वास्तविकता से दूर रखती है। नशे से शारीरिक, मानसिक कार्यप्रणाली, रचनात्मकता को कम करने के संबंध में बताया गया। इस कार्यक्रम में समृद्धि मिश्रा, अपर सिविल जज द्वारा भी जानकारी दी गयी। इसके अतिरिक्त उपस्थित बच्चों को विडियो क्लिप के माध्यम से जागरूक किया गया। शिविर की अध्यक्षता कर रहे अपर जिला जज / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनुपम शौर्य द्वारा बताया गया कि भारतीय संविधान में अनुच्छेद 47 के तहत राज्य औषधीय प्रयोजनों को छोड़कर मादक पेय और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक दवाओं के सेवन पर प्रतिबंध के दिशा-निर्देश दिये हुए हैं, तथा नीति कानून बनाने में इन सिद्धांतों को लागू करना होगा। दौरान शिविर में यह भी गया कि सभी मादक पदार्थों में वैधानिक चेतावनी में लिखा रहता है, शराब पीना व तम्बाकू का इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक फिर भी आम जनमानस सेवन करने में पीछे नहीं रहते हैं तथा शिविर के दौरान आबकारी निरीक्षक खगेन्द्र सिंह वर्मा को निर्देशित किया कि विद्यालय / कालेज के 100 मीटर के अन्दर आने वाले मादक पदार्थ व धूम्रपान वाली दुकानों को हटाये जाने पर विचार किया जाना चाहिए तथा उक्त शिविर में उपस्थित सभी छात्र/छात्राओं, शिक्षक/ शिक्षिका व अधिकारीगण को नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत नशीली वस्तुओं का सेवन न करने की शपथ दिलायी गयी।इस अवसर पर सरिता मौर्य प्रधानाचार्या, रमेश चन्द्र यादव, निरीक्षक ऊँचाहार, एडवोकेट एस०एन० मौर्य व पराविधिक स्वयं सेवक नागेन्द्र कुमार व प्रमोद कुमार तिवारी उपस्थित रहे। उक्त शिविर का संचालन उपप्रधानाचार्य एस०एन० साहू द्वारा किया गया। कार्यक्रम के उपरान्त प्रबन्धक डॉ० आर०पी० मौर्य के द्वारा सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया गया।