यासमीन से बनी आरती, जयवीर संग विवाह परिजन बने जान के दुश्मन

बरेली में यासमीन नामक एक लड़की ने अपने प्यार के खातिर अपना मजहब छोड़ दिया। लड़की ने इस्लाम छोड़ कर हिन्दू धर्म अपनी स्वैच्छा से अपना लिया है। लड़की अब यासमीन से आरती श्रीवास्तव बन चुकी है। उसने अपने प्रेमी जयवीर के साथ हिन्दू रीति रिवाज़ों के साथ प्रेम विवाह किया है। जयवीर के साथ शादी करने के बाद उन्होंने कट्टरपंथियों और अपने परिवार से ऑनर किलिंग का खतरा जताकर एसएसपी से भी शिकायत की है।इस्लामिक माहौल में पली-बढ़ी यासमीन ने सनातन धर्म अपना लिया है। बहेड़ी थाना क्षेत्र निवासी यासमीन ने अपना नाम बदलकर आरती श्रीवास्तव रख लिया। बरगवां रसूलपुर के रहने वाले जयवीर के साथ अगस्त्य मुनि आश्रम में सात फेरे लिए। यहां पूरे रीति रिवाज के साथ जयवीर ने यासमीन की मांग में सिंदूर भरा और मंगलसूत्र पहनाया। पंडित के के शंखधार ने यासमीन का गौमूत्र और गंगाजल से शुद्धिकरण कराकर घर वापसी कराई। डीएम को आवेदन करने के बाद यासमीन ने किया धर्म परिवर्तन किया। धर्म बदलने के बाद यासमीन का कहना है कि उनके परिवार वाले उनकी जान के दुश्मन बन गए हैं। लिहाजा उनकी ऑनर किलिंग भी हो सकती है। उन्होंने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में सुरक्षा की मांग की है।बहेड़ी के एक गांव निवासी आसमीन और जयवीर की प्रेम कहानी एक साल पहले शुरू हुई थी, जिसे सोमवार को नया मुकाम मिला। दोनों शादी के बंधन में बंध गए। जयवीर ने बताया कि वह आटा चक्की पर काम करते हैं। आसमीन के गांव के पड़ोस में उनका गांव है। आसमीन और जयवीर सोमवार को अगस्त्य मुनि आश्रम पहुंचे। उन्होंने शादी करने की इच्छा जताई। महंत के मुताबिक आसमीन ने धर्म परिवर्तन के लिए शपथपत्र भी सौंपा। आसमीन ने अपना नाम आरती श्रीवास्तव रखा और जयवीर के साथ सात फेरे लिए। पंडित केके शंखधार ने आसमीन का धर्म परिवर्तन कराया। डीएम को आवेदन कर आसमीन ने धर्म परिवर्तन करने की जानकारी दी गई। आसमीन ने अपने घरवालों से जान का खतरा जताकर एसएसपी को पत्र दिया। बताया कि उन्हें ऑनर किलिंग का खतरा बना हुआ है।