तमाम उलेमा ने माना क़ाज़ी ए हिन्दुस्तान हमारे काईद व सुन्नियत के सुल्तान हैं l

कालपी शरीफ से आए सैय्यद गियासे मिल्लत ने फरमाया कि कल भी बरेली शरीफ मरकज़ था और आज भी मरकज़ है और कल क़यामत तक मरकज़ रहेगा हम किसी की मनमानी नहीं मानते हम सिर्फ काजी ए हिन्दुस्तान मुफ्ती मुहम्मद असजद रजा़ खां का़दरी को अपना रहबर वा काईद मानते हैं l हम काज़ी-ए-हिन्दुस्तान मे हुज़ूर ताजुश्शरिया का सरापा जलवा देखते हैं l

मोहम्मदी से कबीर अल्लामा मुफ्ती ज़ायाउल मुस्तफा सहाब ने फरमाया कि काजी ए हिन्दुस्तान हमारे काईद हैं और क़ाज़ी उल क़ुज़ात और हमारे सरदार हैं, जिसकी समर्थन मे स्टेज नारों से गूंज उठा स्टेज पर बैठे तमाम अहले उलमा ने समर्थन किया , सज्जादगान व उलेमा ने की l