गोमती और तपोवन सिद्ध आश्रम के प्राकृतिक जल स्रोत विषय पर गोष्ठी का होगा आयोजन 

गोमती और तपोवन सिद्ध आश्रम के प्राकृतिक जल स्रोत विषय पर गोष्ठी का होगा आयोजन

कल शुक्रवार दोपहर दो बजे धोबिया आश्रम में अमेठी की जल बिरादरी वह सेवा सदन की होगी गोष्टी

अमेठी जल बिरादरी व सेवा सदन की ओर से जल साक्षरता अभियान के तहत धोबिया आश्रम पर" गोमती और तपोवन सिद्ध आश्रम के प्राकृतिक जल स्रोत " विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया है। इस गोष्ठी में पर्यावरण विद् जल का महत्व ,उभरते हुए गंभीर जल संकट, भूगर्भ जल वृद्धि तथा जल में ही जीवन के विषय में लोगों से संवाद करेंगे। मैं तुम्हारी गोमती हूं अभियान के संयोजक सुशील सीतापुरी ने बताया कि कल शुक्रवार दोपहर 2:00 बजे धोबिया आश्रम पर पर्यावरण विद् एवं पूर्व युवा निर्देशक गांधी शक्ति प्रतिष्ठान दिल्ली से रमेश चंद्र शर्मा ,पर्यावरण विद् सुरेश उत्तरकाशी ,अरुण तिवारी ,पर्यावरण विद् पारस नाथ प्रसाद पूर्व कुल सचिव बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी ,पर्यावरण विद डॉक्टर अर्जुन पांडे अध्यक्ष अमेठी जल बिरादरी, रत्नेश कुमार गौतम,अभिमन्यु कुमार पांडे सहायक प्रवक्ता तिलोई अमेठी जल साक्षरता अभियान के विषय में लोगों से रूबरू होंगे।
सुशील सीतापुरी ने बताया कि देश का भविष्य यानि आगामी पीढ़ी को जब तक पानी के महत्व का ज्ञान नहीं होगा, तब तक जल संरक्षण की कोशिश व्यर्थ है। जब आगामी पीढ़ी जल के महत्व को समझेगी, तभी जल का संरक्षण होगा। बस इसके लिए जल साक्षरता से देश के भविष्य यानि सभी को पानी का महत्व बताना है। फिर देखिए, पानी भी बचेगा और पानी का अत्यधिक दोहन भी रुकेगा। बताते है कि पानी के महत्व से बच्चों व युवाओं को बताना जरूरी है। इसके लिए जल साक्षरता अभियान चलाया जाए। इससे भू-गर्भ जल का अत्यधिक दोहन नहीं हो सकेगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भू-गर्भ जल के अत्यधिक दोहन पर रोक लगनी चाहिए। घर के अंदर घरेलू कार्यों में पानी की बर्बादी को रोकना होगा। कम जल से स्नान, कपड़े अधिक होने पर ही धोने आदि को जीवन में शामिल करना होगा।