बैकुंठपुर की महिला तहसीलदार पर लगा शासकीय भूमि के नामांतरण का आरोप, कोरिया कलेक्टर से हुई शिकायत

कोरिया-जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के महिला तहसीलदार पर शासकीय भूमि के नामांतरण का आरोप लगा है. इस मामले में कलेक्टर से शिकायत कर जांच और फिर कार्रवाई की मांग की गई है. ये पूरा मामला बैकुंठपुर का है और ये शिकायत तहसीलदार डॉ अमृता सिंह की कलेक्टर कोरिया से आवेदन ऋषभ साहू नाम के व्यक्ति ने की है।

अमृता सिंह के खिलाफ की गई इस शिकायत में दावा किया गया है कि बैकुंठपुर तहसील के ग्राम आनि स्थित शासकीय भूमि खसरा नंबर 32 को फर्जी अनुमति लगाकर भू-माफियाओं, पटवारी के भाई और बैकुंठपुर तहसीलदार के द्वारा बिना बिक्री नामांतरण किया गया है. शिकायत में ये भी दावा किया गया है कि शासकीय भूमि बिक्री में जो चौहद्दी बना है उसमें पटवारी जो वर्तमान में पदस्थ है वह कहते है कि वो उनके द्वारा चौहद्दी नहीं बनाया गया है और न इसमें उनके हस्ताक्षर व सील है. ये पूरा मामला करीब 1.67 हेक्टेयर जमीन यानी 4 एकड़ से अधिक का है. इस मामले में अब कलेक्टर से दोषियों के खिलाफ जांच और फिर कार्रवाई की मांग की गई है.

मामले में बैकुंठपुर तहसीसलदार डॉ अमृता सिंह से उनका पक्ष लेने उन्हें फोन किया. उनका कहना था कि यदि उनके खिलाफ शिकायत हुई है तो आप पहले शिकायत की कॉपी उन्हें भेजे. शिकायत की कॉपी तहसीलदार को भेजी. इसके बाद पुनः थोड़ी देर बाद उन्हें फोन किया. लेकिन दोबारा उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया. खबर लिखे जाने तक उन्होंने इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए मैसेज का भी जवाब नहीं दिया. एक सूत्र ने बताया कि उक्त महिला अफसर अधिकारियों के बीच अपने फोन न उठाने को लेकर काफी सुर्खियों में रहती है

पटवारी द्वारा कहा जाता है कि मेरे द्वारा 98 का परमिशन देखकर चौहद्दी बनाई गई है जबकि कोरिया जिला का अस्तित्व 1998 व2000 में छत्तीसगढ़ का गठन हुआ है फिर भी पता नहीं आयुक्त का परमिशन कैसे लगा लिया गया और एक बात और बता दे की सर्टिफाइड कॉपी है जो की आयुक्त का परमिशन की बात कर रहे हैं जमीन दलाल वह तहसीलदार मैडम के द्वारा वह एक फर्जी तरीके की बातें कर रहे हैं वहा सर्टिफाइड कॉपी निकाल कर रखी गई है कि इस तारीख को वहां कोई भी सर्टिफिकेट कॉपी नहीं दी गई है ना ही आयुक्त में ऐसी कोई कॉपी की परमिशन वहां पाई गई है उन्हें साफ लिख कर दिया हुआ है की कोई भी ऐसी परमिशन नहीं दी गई है,देखना यह होगा कि प्रशासन के द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है वह जिला कलेक्टर व प्रशासन द्वारा किन लोगों पर FIR की जाती है ।