रक्षाबंधन का पावन त्योहार भाई-बहन के प्यार और स्नेह के अटूट बंधन का प्रतीक

रायबरेली।रक्षाबंधन का पावन त्योहार हमारे समाज में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह त्योहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को मजबूत बनाने और उनके बीच प्यार और स्नेह को बढ़ावा देने का एक अवसर प्रदान करता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लिए दुआ करती हैं, वहीं, भाई भी अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।रक्षाबंधन त्योहार के खास अवसर पर पंडित दयाराम जोशी ने बताया की इस त्योहार की महत्ता हमारे समाज में बहुत गहरी है।यह हमें भाई-बहन के पवित्र रिश्ते की याद दिलाता है और हमें इस रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए प्रेरित करता है।रक्षाबंधन के दिन जीवन में मौजूद भाई - बहनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं और उनके स्नेह को मजबूत बनाते हैं। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार, स्नेह का अटूट बंधन का प्रतीक है।भाई-बहन का रिश्ता सबसे पवित्र और अनमोल होता है।बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, वहीं भाई भी अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं। इस पावन त्योहार के माध्यम से हमें अपने जीवन में मौजूद भाई-बहनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए और उनके साथ अपने प्यार और स्नेह को मजबूत बनाना चाहिए।रक्षाबंधन के दिन हम अपने जीवन को नए संकल्पों और उमंगों से भरने का संकल्प लेते हैं।सोमवार19अगस्त रक्षाबंधन को सूर्योदय से लेकर दोपहर 01 बजकर 04 मिनट तक बहने भाइयों को राखी बांध सकती है,उसके उपरांत भद्रा लग जायेगा।हालांकि शास्त्र संवत के अनुसार रक्षा से संबंध रखने वाले विषयों में भद्रा का कोई महत्व नहीं होता है।वही रक्षाबंधन की पौराणिक कथा राजा बलि और भगवान विष्णु की है।कहा कि जब श्री हरी विष्णु ने राजा बलि से तीन पग धरती मांगी तदोपरांत राजा बलि ने श्री हरी विष्णु को वचन दिया की तीन पग धरती माप लो,धरती को माप कर श्री हरी विष्णु ने प्रसन्न होकर राजा बलि से वचन मांगने के लिए कहा तब राजा बलि ने प्रत्येक क्षण सम्मुख होने का वरदान मांगा,तदोपरांत माता लक्ष्मी ने इसी दिन श्री हरी विष्णु को पुनः वापस मांगने के लिए राजा बलि को रक्षा सूत्र बांधकर कर श्री हरी को वचन मुक्त कराया और राजा बलि ने बहन लक्ष्मी को रक्षा का वचन दिया।हालंकि रक्षाबंधन से संबंधित कई दंत कथाएं भी प्रचलित है।रक्षाबंधन की पूर्वसंध्या पर पंडित दयाराम जोशी ने राक्षबंधन की सभी भाई बहनों को शुभकामनाएं दी।