*श्रीराजमाताजी मंदिर में कथा,रुद्राभिषेक*

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श्रद्धा और विश्वास से सबका कल्याण

*"श्रद्धा और विश्वास से दुष्ट का भी कल्याण:~राजेश्वरानंद"*

*श्रीराजमाताजी मंदिर में कथा,रुद्राभिषेक*

दिल्ली 5अगस्त:~श्रद्धा और विश्वास करने से दुष्ट व्यक्ति को भी उत्तम गति मिल सकती है यह संदेश दिया गया स्वामी श्री राजेश्वरानंद जी महाराज द्वारा शाहदरा गोरख पार्क स्थित श्री राजमाता झंडेवाला मंदिर में सावन के पावन अवसर पर आयोजित शिवमहापुराण कथा के प्रथम चरण में कथा व्यास बृज रसिक पूज्यता किशोरी जी द्वारा किए गए कथा रसामृत पर।

दरबार के प्रबंधक राम वोहरा ने बताया कि सावन का पावन अवसर और सोने पर सुहागा प्रथम चरण सोमवार का सुंदर संयोग पर कथा से पहले स्वामी राजेश्वरानंद जी,गुरुमाताजी,कथा व्यास पुज्यता किशोरीजी के साथ यजमान किरण कुकरेजा द्वारा रुद्राभिषेक संपन्न हुआ जिसके बाद शिवमहापुराण कथा का तात्विक विवेचन करते हुए स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज ने कहा कि "शिव कथा में चंचुला और बिंदुक की कहानी वैवाहिक जीवन में एक दूसरे पर विश्वास अति आवश्यक है का संदेश देती है।बिना भरोसे के पति पत्नी जीवन जीवन जीते नही है बल्कि समय व्यतीत ही करते हैं।

शिव महापुराण के अनुसार चंचुला और बिंदुक दोनो पति पत्नी थे।पति के बिंदुक द्वारा दुराचारण किए जाने पर चंचुला का आचरण भी गिर गया। अंततः बिंदुक के मरणोपरांत चिंचुला को अपनी गलती का अहसास होने पर उसने शिवमहापुराण कथा का श्रवण किया और शिव भक्ति में लीन होते हुए मन निर्मल हो गया मृत्यु पश्चात शिवलोक प्राप्त हुआ जहां उसने सिर्फ अपना ही नही बल्कि अपने पति का भी कल्याण किया।जिससे शिक्षा मिलती है कि दुष्ट व्यक्ति के जीवन में भी जब पार्वती रूपी श्रद्धा और शिव रूप विश्वास की स्थापना होने लगती है तो उसके सभी पापों का क्षय होकर कल्याण मार्ग पर अग्रसर होने लगता है।बुरे कर्म छूटते है तो छोड़िए और नही छूटते तो मन की इस ग्रंथि को छोड़ दीजिए कि मैं बुरा हूं।बल्कि तत्काल प्रभाव से ही अपने जीवन को शिव अर्पण करने की दिशा में बढ़ाएं।

कथा व्यास बृज रसिक पूज्यता किशोरी जी ने कहा कि "शिव कथा और सौभाग्य से सोमवार से कथा महत्व और अधिक बढ़ गया है।मन में छल कपट रखकर शिवजी जल मत चढ़ाना, निर्मल मन से शिव जी को जल चढ़ाएं।शिवमहापुराण कथा से यह भाव पुष्ट होना चाहिए कि हम शंकर जी के और शंकर जी हमारे है।मात्र इतने भाव से आप मुक्ति को पा सकते हैं।

प्रथम सत्र कथा संपन्न होने पर शिवमहापुराण जी एवम सदगुरु देव की आरती उतारने के बाद विजय चौधरी द्वारा प्रसाद वितरण किया गया।

राम वोहरा 9212315006