शाहाबाद में तहसीलदार ने किसानों को बोला दलाल, भड़के किसान नारेबाज़ी करते हुए हरदोई की तरफ पैदल कूच करने लगे, सीओ और एसडीएम के समझाने के बाद तहसीलदार ने प्रकट किया दुःख, फिर किसानों ने दिया ज्ञ

हरदोई। शाहाबाद के तहसील परिसर में किसान यूनियन के संगठनों ने धरना प्रदर्शन किया। जिसमें उप जिलाधिकारी शाहाबाद किसानों की समस्या को सुन रही थी। तभी वहां खड़े तहसीलदार ने बातों बात में किसानों को दलाल बोल दिया। जिससे किसान संगठनों में आक्रोश फैल गया और वह बिना ज्ञापन दिए तहसीलदार मुर्दाबाद करते हुए हरदोई की तरफ कूच करने लगे। क्षेत्राधिकारी शाहाबाद अनुज कुमार मिश्रा और कोतवाल राजदेव मिश्रा पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने किसानों से वार्ता कर मामले को सुलझाया हैं।
शाहाबाद में किसान यूनियन के संगठनों ने तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर किसान शाहाबाद में उप जिलाधिकारी पूनम भास्कर के पास पहुंचे थे। जहां उन्होंने किसानों से वार्ता की तो किसानों ने अपनी समस्या बताई। कुछ समस्याएं बिजली विभाग से संबंधित थी। जिसके लिए उप जिला अधिकारी पूनम भास्कर ने एसडीओ शाहाबाद को बुलाया और किसानों की समस्या का निस्तारण करने के लिए कहा। किसानों से वार्ता चल रही थी वहां तहसीलदार अजय कुमार भी मौजूद थे। तहसीलदार भी किसानों से वार्ता करने लगे। उन्होंने इस दौरान किसानों से कहा कि दलाल जैसे संगठन बनाकर यहां ना आए यहां दलाली किसी की नहीं चलेगी। किसानों को दलाल बोलने पर किसान उग्र हो गए। बिना वार्ता किए तहसील परिसर से बाहर निकल गए। तभी क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार मिश्रा व कोतवाल राजदेव मिश्रा ने किसानों से वार्ता करना शुरू की। किसान हरदोई के लिए कूच कर रहे थे लेकिन क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार मिश्रा के समझाने पर किसान संगठन के सभी अधिकारी किसानों के साथ दोबारा तहसील परिसर में पहुंचे। क्षेत्राधिकारी ने तहसीलदार अजय कुमार से वार्ता की और कहा आपने जो अल्फ़ाज़ बोले हैं, उसका खेद प्रकट करिए और किसानो से वार्ता कीजिए। उप जिलाधिकारी पूनम भास्कर ने भी तहसीलदार को समझाया और कहा किसानों की समस्या को निपटाना हमारा कर्तव्य है, सभी किसानों की समस्या का निस्तारण किया जाएगा। तहसीलदार अजय कुमार ने किसानों से कहा कि हमारी बात किसी व्यक्तिगत को लेकर नहीं थी। अगर उसके बाद भी किसी को कोई तकलीफ हुई हो तो उसके लिए मैं दुःख प्रकट करता हूं। इसके बाद किसानों ने आसानी से उप जिला अधिकारी और क्षेत्राधिकारी की बात को मानते हुए ज्ञापन देकर बात को समाप्त किया हैं।
हालांकि इस घटना से किसानों में आक्रोश पनप गया था। अगर समय रहते समस्या को हल न किया जाता तो मामला बड़ा हो जाता। जिसको संभालना पुलिस-प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर होता। इस दौरान किसानों और तहसीलदार के बीच तीखी बहस भी हुई और किसानों ने तहसीलदार को भी दलाल बोला और टेढ़ी बाते कही हैं।