उमस भरी गर्मी में, अघोषित विद्युत कटौती का तड़का

रोस्टर के अनुसार विद्युत आपूर्ति देने में विद्युत विभाग का सिस्टम फेल

ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे का आदेश होने के बाबजूद महज मिल पा रही 13-14 घंटे विद्युत आपूर्ति

शाम होते ही अवर अभियंता कर लेते हैं सरकारी नंबर को बंद

आखिर विद्युत विभाग के अधिकारी ड्यूटी स्थल पर ही क्यों नहीं करते हैं रात्रि विश्राम

पंकज शाक्य

मैनपुरी- एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ और सूबे के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा के द्वारा सोशल मीडिया एक्स पर आयदिन पोस्ट कर लिखा जाता है कि प्रदेश सरकार विद्युत उपभोक्ताओं को रोस्टर के अनुरूप विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से दी जा रही है। वहीं पिछले माह पड़ी भीषण गर्मी में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति देने की घोषणा की गई थी। लेकिन उस समय भी यह दावा पूरी तरह से फेल साबित हुए था।

वहीं अब एक तरफ तो उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ और सूबे के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में रोस्टर के अनुसार 18 घंटे विद्युत आपूर्ति दिए जाने का दावा कर रहे हैं। लेकिन यह दावा जनपद मैनपुरी के ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है। यहां ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत उपभोक्ताओं को 18 घंटे विद्युत आपूर्ति की जगह मात्र 13 से 14 घंटे विद्युत आपूर्ति मिल पा रही है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं में त्राहिमाम त्राहिमाम मची हुई है।

उमस भरी गर्मी में, अघोषित विद्युत कटौती का तड़का

वहीं बीते कुछ दिनों से आसमान से हो रही बारिश के चलते भीषण उमस भरी गर्मी पड़ रही है। जिस कारण लोगों का बिना विद्युत उपकरणों के जीना मुहाल है। वहीं अब एक तरफ तो इस उमर भरी गर्मी के चलते आम जनमानस का जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है तो वहीं दूसरी तरफ विद्युत विभाग भी अघोषित विद्युत कटौती का तड़का लगा रहा है।

रोस्टर के अनुसार विद्युत आपूर्ति देने में विद्युत विभाग का सिस्टम फेल

वहीं अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब प्रदेश सरकार के द्वारा विद्युत विभाग के अधिकारियों को समय समय पर निर्देशित किया जाता है कि विद्युत उपभोक्ताओं को निर्धारित रोस्टर के अनुसार हर हाल में विद्युत आपूर्ति मुहैया कराई जाए। लेकिन इसके बाबजूद भी जनपद मैनपुरी का विद्युत विभाग रोस्टर के अनुसार विद्युत आपूर्ति देने में पूरी तरह से सिस्टम फेल है।

कभी शटडाउन तो कभी ब्रेक डाउन के नाम पर जमकर की जाती है कटौती

विद्युत विभाग के द्वारा की जा रही अघोषित विद्युत कटौती का यह घिनौना खेल कभी शटडाउन तो कभी ब्रेक डाउन के नाम पर जमकर खेला जा रहा हैं। जिस कारण विद्युत उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

शाम होते ही अवर अभियंता कर लेते हैं सरकारी नंबर को बंद

वहीं आपको बता दें कि विद्युत सब स्टेशन पर तैनात सभी अवर अभियंताओं को विद्युत विभाग के द्वारा एक सरकारी नंबर जारी किया गया है। ताकि किसी भी विद्युत उपभोक्ता को विद्युत संबंधी समस्या होने पर अवर अभियंता को मिले सरकारी नंबर पर फोन कर अवगत कराया जा सके। लेकिन कुरावली और लखौरा विद्युत सब स्टेशन पर तैनात अवर अभियंता रामसनेही लाल के द्वारा शाम होते ही अपने सरकारी नंबर 9193303837 को बंद कर लिया जाता है। जिस कारण विद्युत उपभोक्ता उन्हें अपनी समस्या नहीं बता पाते हैं और उपभोक्ताओं की यह समस्या महज एक समस्या ही बनकर रह जाती है।

आखिर विद्युत विभाग के अधिकारी ड्यूटी स्थल पर ही क्यों नहीं करते हैं रात्रि विश्राम

प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के साफ निर्देश हैं कि सभी विभागों में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी अपने ड्यूटी स्थल पर ही रात्रि विश्राम करेंगे। ताकि रात्रि में होने वाली समस्या का अभिलंब समाधान किया जा सके। लेकिन सरकार के इस आदेश को विद्युत विभाग के अधिकारी सबसे अधिक ठेंगा दिखा रहे हैं। यहां ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात अवर अभियंता से लेकर उपखंड अधिकारी तक अपने ड्यूटी स्थल पर रात्रि विश्राम नहीं करते हैं। जबकि जिस विद्युत सब स्टेशन अवर अभियंताओं की तैनाती है। वहां पर इनके रहने के लिए अलग कमरे भी बने हुए हैं। लेकिन इसके बाबजूद भी यह अपने ड्यूटी स्थल पर रात्रि विश्राम नहीं करते हैं।