अवैध खनन को लेकर नायब तहसीलदार ने जप्त की जेसीबी एवं ट्रैक्टर ट्राली।

संवाददाता जगदीश सिसोदिया

राजगढ़/सारंगपुर-श्री मनोज शर्मा तहसीलदार सारंगपुर के द्वारा दिनांक 13 जुलाई 2024 रात्रि को व्हाट्सएप से सूचना दी गई कि ग्राम तलेनी स्थित मुख्य मार्ग से लगे गड्ढे से अवैध मुरम खोदी जा रही है सूचना उपरांत थाने से पुलिस बल लेकर श्री सुरेश सिंह नायब तहसीलदार श्री गोपाल चौहान नायब तहसीलदार श्री आशीष पांडे पटवारी ग्राम तलेनी स्थित मौके पर पहुंचे तो पाया कि एक जेसीबी क्रमांक- एमपी42बीए0562 एवं एक ट्रैक्टर ट्राली महिंद्रा 475 बिना नंबर प्लेट के मुरम खनन का कार्य कर रहे थे जेसीबी ड्राइवर ईश्वर पिता मानसिंह निवासी खेड़ीखाल जिला शाजापुर एवं ट्रैक्टर ड्राइवर भगवान सिंह पिता देवनारायण निवासी एहसानपुरा जिला राजगढ़ से उक्त खनन के संबंध में दस्तावेज मांगे गए तो उनके द्वारा बताया गया कि हमारे पास अभी कोई दस्तावेज नहीं है उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग श्री गोपाल वैध पिता श्री हरि वैध एवं श्री रमेशचंद्र पिता श्री प्रेमनारायण निवासी सारंगपुर के कहने पर ग्राम- तलेनी स्थित मुख्य मार्ग से लगे गड्ढे से मुरम खोदकर रानी रूपमती चौराहे से जो मार्ग तलेनी को जाता है वह सड़क खराब हो गई है उसकी पुरनी कर रहे हैं ड्राइवर ईश्वर द्वारा बताया गया कि हम लोग आज शाम 4:00 बजे से मुरम खोद रहे हैं अभी तक 30 ट्रैक्टर ट्राली से अधिक मुरम खोदकर सड़क पर डाल चुके हैं जेसीबी चालक ईश्वर पिता मानसिंह जेसीबी चलाने का लाइसेंस मांगा गया तो उसके द्वारा बताया गया कि मेरा लाइसेंस नहीं बना है जेसीबी ड्राइवर बिना लाइसेंस एवं बिना नंबर प्लेट की जेसीबी चलाता पाया गया ट्रैक्टर ट्राली ड्राइवर भगवान सिंह से ट्रैक्टर ट्राली चलाने का लाइसेंस मांगा तो उसके द्वारा बताया गया कि मेरे पास लाइसेंस नहीं है घर पर रखा है ट्रैक्टर ट्राली भी बिना नंबर प्लेट के पाई गई खनन के कोई वैध दस्तावेज नहीं होने से मौके से जेसीबी एवं ट्रैक्टर ट्राली को जप्त कर अपनी अभिरक्षा में लेकर थाना सारंगपुर के लिए रवाना हुए रानी रूपमती चौराहे पर जेसीबी एवं ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक ने वाहन रोके तथा रानी रूपमती चौराहे पर हारिश एवं ईश्वर तथा उनके साथियों द्वारा मुरम गिराने का प्रयास किया उक्त मुरम हमारी गाड़ी के ऊपर गिरता देख टीम द्वारा साहस का परिचय देते हुए तुरंत ट्रैक्टर ट्राली ड्राइवर को मुरम गिराने से रोककर थाना सारंगपुर के सुपुर्द किया गया।