अधिकारियों के रवैया से यह बात हो गई पक्की, अपनी समस्या के समाधान के लिए फरियादियों को जान देना है जरूरी

पीडीडीयू नगर- तहसील में शनिवार को आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर एक महिला पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। पीड़ित महिला ने पूर्व लेखपाल व वर्तमान लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाया। इतना ही नहीं पीड़ित महिला मुख्यमंत्री से लेकर संपूर्ण समाधान दिवस पर 30 बार प्रार्थना पत्र दे चुकी थी फिर भी न्याय नहीं मिला, जबकि डीएम साहब जांच के लिए टीम भी गठित करके मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन आत्महत्या की कोशिश के बाद 2 घंटे में ताबड़तोड़ एक्शन हुआ और कब्जे वाली दिवाल गिराकर रास्ता साफ करवा दिया।


पीडीडीयू नगर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस का फरियादी चक्कर काट रहे हैं लेकिन आशा के अनुरूप न्याय नहीं मिल रहा है। वही संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर अलीनगर थाना क्षेत्र के बरछा तलपरा निवासी राम अवतार की बहू माधुरी ने जिलाधिकारी के सामने ही खुद पर पेट्रोल छिड़क कर खुदकुशी की कोशिश की हालांकि समय रहते रोक लिया गया था।

महिला मधु बिंद ने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय लेखपाल और पूर्व लेखपाल के मिली भगत से विरोधी से पैसा लेकर जमीन पर कब्जा दिलवाया जा रहा है। 30 प्रार्थना पत्र देने के बाद भी ना तो एसडीएम ना ही तहसीलदार उसकी फरियाद सुने, शनिवार को भी जब वह समाधान दिवस में पहुंची तब नायब तहसीलदार ने उसे भगाने का प्रयास किया। मधु बिंद का आरोप है कि, उसके ससुर को करीब 45 साल पहले आठ बिस्वा पट्टा की जमीन मिली है। जिसपर वह खेती काम काम करती है।परिवार के भरण पोषण का यही आधार है। उसकी जमीन से सटे काश्तकार ने जमीन पर कब्जा करने के साथ ही पक्का निर्माण कर रास्ता भी बंद कर दिया।


बताया जा रहा है कि अवैध कब्जा हटवाने के लिए मधु दो साल से तहसील कार्यालय का चक्कर काट रही थी। एसडीएम से लेकर तहसीलदार और नायब तहसीलदार तक से गुहार लगाई। लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। तहसीलदार तो उसका प्रार्थना पत्र तक फेंक देते थे। इसलिए वह जिला प्रशासन से आखिरी गुहार लगाना चाहती थी।

18 नवंबर 2023 को सिटी अपडेट न्यूज़ ने प्रकाशित किया था खबर

पीडीडीयू नगर तहसील में आयोजित 18 नवंबर 2023 को जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर मधु के ससुर राम अवतार ने बताया था कि विपक्षी विचार दिन मुकदमों के दौरान भी जबरिया तरीके से गली के रास्ते में निर्माण कर रहे हैं, कहा था कि लेखपाल वीरेंद्र यादव का 4 महीने पूर्व तलपरा गांव से सिंधी ताली गांव में ट्रांसफर हो गया, लेकिन इसके बावजूद लेखपाल गांव में विपक्षी से मिलकर आता रहता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने एसडीएम को जांच के लिए आदेश दिए दिए थे लेकिन जिलाधिकारी का आदेश का पलीता लगाते नजर आए।

इस संबंध में मधु बिंद ने बताया कि गोरखपुर से लेकर संपूर्ण समाधान दिवस पर 50 से ऊपर प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कही सुनवाई नहीं हुई , 15 मई 2024 को पीडीडीयू नगर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र दिया था लेकिन नायब तहसीलदार ने बिना जांच किए ही मौके पर ही निस्तारित कर दिया। कहा कि पूर्व में संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर 18 नवंबर 2023 को जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी, इतना ही नहीं लेखपाल की करतूत के बारे में जानकारी दी, जिस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए लेकिन उनके अधिकारी जांच के नाम पर कोरम पूरा किया।

महिला ने कहा कि प्रार्थना पत्र दे देकर थक गई थी, जिसकी वजह से जिलाधिकारी के सामने ही खुद पर पेट्रोल छिड़क कर खुदकुशी करना मुनासिब समझा। हालांकि इस बार भी जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन उसके पहले दिवाल गिराकर एक्शन का संदेश दिया गया। अब देखना है कि मामले में जांच करने के बाद किस पर क्या कार्रवाई होती है।