हरदोई के पुलिस महकमे में होमगार्ड से रिश्वतखोरी, मल्लावां कोतवाल ने हत्या के मामले में फंसाने की धमकी देकर होमगार्ड से ऐंठे डेढ़ लाख, SP ने शिकायत के बाद ASP को सौंपी जांच

हरदोई। पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार का काला कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। ये हाल तब है जब सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने के लिए सख्ती से हिदायत दे रहे है। जिलों की मॉनिटरिंग कराई जा रही है, बावजूद इसके यहां पर अधिकारी, कर्मचारी बिना किसी खौफ के धड़ल्ले से काली कमाई इकट्ठा करने में जुटे हुए हैं। अभी तक थानों में धन उगाही निचले कर्मचारी या दफ्तर में उगाही शर्म के साथ चुपचाप होती थी और वो भी निचला कर्मचारी शामिल रहता था, लेकिन अब पारदर्शिता की इंतहा है। सीधे मुख्य अधिकारी ही थाने बेच लेते है। ऐसा ही मामला सामने आया मल्लावां से यहां हत्या के मामले में होमगार्ड और उसके परिजनों को फंसाने की धमकी देकर मल्लावां कोतवाल ने डेढ़ लाख रुपये ऐंठ लिए। होमगार्ड को चार दिन तक कोतवाली परिसर में रखकर प्रताड़ित भी करने का आरोप लगा है।
अब होमगार्ड ने पूरे मामले की शिकायत एसपी केशव चंद गोस्वामी से की है और साथ ही मुख्यमंत्री को भी शिकायती पत्र भेजा है। एसपी ने पूरे मामले के लिए एएसपी पूर्वी को जांच अधिकारी बनाया है और जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देने को भी कहा है।
मल्लावां कस्बे के मोहल्ला गंगारामपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि वह होमगार्ड हैं। उनकी ड्यूटी देहात कोतवाली में है। बीती नौ जून को एक बाइक दुर्घटना हुई थी, जिसमें गंगारामपुर निवासी कमर अली गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में कमर अली की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। कमर अली के परिजन दुर्घटना की जगह हत्या करने का आरोप लगा रहे थे। धर्मेंद्र ने बताया कि वह 14 जून को चुंगी नंबर दो पर खड़े थे। पुलिस उसे वहीं से पकड़ कर कोतवाली ले गई।
कोतवाली ले जाकर डेढ़ लाख रुपये की मांग की गई और रुपये न देने पर हत्या के मुकदमे में पूरे परिवार को फंसाने की धमकी दी। चार जून तक कोतवाली में रखे जाने का आरोप धर्मेंद्र ने लगाया है। धर्मेद्र के मुताबिक उसने डेढ़ लाख रुपये का इंतजाम कर मल्लावां के प्रभारी निरीक्षक निर्भय सिंह को दिए। पूरे मामले की जानकारी एसपी केशव चंद गोस्वामी को हुई तो उन्होंने प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए। एसपी ने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी को जांच सौंपी गई है। जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। जांच में जो भी तथ्य आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।