हरदोई में जेई के लिए रिश्वत ले रहे लाइनमैन को एंटी करप्शन की टीम ने पकड़ा, भनक लगते ही जेई हुआ फरार, शाहाबाद कोतवाली पहुंचकर टीम ने दर्ज कराई FIR

हरदोई। निजी नलकूप कनेक्शन का एस्टीमेट बनाने को लेकर जेई के कहने पर लाइनमैन रिश्वत ले रहा था, जिसको एंटी करप्शन की टीम ने विद्युत उपकेंद्र पाली से रंगे हाथों पकड़ा और जेई फरार हो गया। लाइनमैन को एंटी करप्शन टीम शाहाबाद कोतवाली ले गई है। बार-बार बुलाने पर भी जेई संतोष कुमार कोतवाली नहीं पहुंचे। एंटी करप्शन की टीम के प्रभारी की तहरीर पर जेई और लाइनमैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है।

जनकारी के अनुसार पाली थाना क्षेत्र के गजियापुर गांव निवासी सोनपाल ने बताया कि उन्होंने अपनी मां एवं पिता रुपलाल के नाम से निजी नलकूप हेतु दो आवेदन किए थे। अवर अभियंता संतोष कुमार ने सर्वे के नाम पर उससे सुविधा शुल्क लिया और इसके बाद उसे प्रति कनेक्शन एस्टीमेट बनाने के नाम पर 18500 रुपए की मांग की। उसके पास पैसे न होने की स्थिति में कई महीने बीतने के बाद भी जेई संतोष कुमार ने एस्टीमेट नहीं बनाया। उसने मामले की सूचना एंटी करप्शन टीम को दी, जिस पर गुरुवार को एंटी करप्शन टीम के प्रभारी नूरुलहुदा खान ने सोनपाल से रुपए देने को कहा और अपनी टीम के साथ विद्युत केंद्र पाली पर पहुंचकर जेई के कहने पर रिश्वत ले रहे लाइनमैन अविनाश कुमार को रंगे हाथों पकड़ लिया। एंटी करप्शन की टीम लाइनमैन अविनाश को शाहाबाद विद्युत केंद्र लेकर गई, जहां से जेई संतोष कुमार फरार हो गए, जिसके बाद लाईनमैन और शिकायतकर्ता को लेकर टीम कोतवाली शाहाबाद पहुंची। अवर अभियंता संतोष कुमार को एंटी करप्शन की टीम ने फोन करके कई बार कोतवाली शाहाबाद बुलाया, पर वह नहीं पहुंचे। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी द्वारा अवर अभियंता संतोष कुमार व लाइनमैन अविनाश उर्फ अवनीश के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया जा रहा है।

यहां यह भी बताना जरूरी होगा कि बिजली विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार फैला है, विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी निरंकुश होकर उपभोक्ताओं का शोषण कर रहे हैं। इसमें विद्युत बिल सुधरवाना, नया कनेक्शन करवाना या फिर कनेक्शन कटवाना हो। सभी के नाम पर उपभोक्ताओं से खुलेआम उगाही होती है।