धार्मिक स्थलों को जाने वाली ट्रेनों के बदले मार्ग

धार्मिक स्थलों को जाने वाली ट्रेनों के बदले मार्ग

अंबाला। सचखंड श्री हजूर साहिब नांदेढ़, तिरुपति बाला जी और मां वैष्णो देवी दरबार जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें जाखल-धूरी के रास्ते लुधियाना की तरफ संचालित हो रही हैं। इस कारण अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन से इन ट्रेनों में सफर करने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें या तो दिल्ली जाकर या फिर लुधियाना जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ रही है। ऐसे में उन्हें शारीरिक पीड़ा व मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।अंबाला कैंट से साल में दो बार हजूर साहिब जाने वाले जत्थे, गुरनाम सिंह, हरसेवक, निर्मल कौर, नीरज, जसबीर सिंह, गुरमीत सिंह आदि ने अंबाला मंडल के रेल प्रबंधक से गुहार लगाई है कि इन ट्रेनों को पूर्व की तरह अंबाला छावनी के रास्ते चलाया जाए जिससे आर्थिक नुकसान व दौड़धूप से बचा जा सके।उन्होंने बताया कि उनके साथ बुजुर्ग, महिलाएं व छोटे बच्चे सफर करते हैं। इस बाद भी वो गर्मियों में हजूर साहिब जाने की तैयारी में हैं, लेकिन अब उन्हें लुधियाना जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ेगी और इसके लिए उन्हें एक बड़ी गाड़ी की जरूरत होगी। ऐसे में उन्हें दोगुना पैसा खर्च करना पड़ेगा।इन प्रमुख ट्रेनों में सफर करते हैं श्रद्धालु
किसान आंदोलन की वजह से रेलवे ने अमृतसर से नांदेड़ जाने वाली सचखंड एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12715 16 को जाखल-धूरी के रास्ते संचालित कर दिया है जबकि पहले यह ट्रेन चंडीगढ़-साहनेवाल के रास्ते आवागमन कर रही थी और इसे कुछ दिन के लिए अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर रद्द करके पुन: संचालित किया गया था।इसी प्रकार ट्रेन नंबर 22705 और छह तिरुपति-जम्मू-तिरुपति हमसफर एक्सप्रेस, 12919 20 डॉ़ आंबेडकर नगर-कटरा एक्सप्रेस सहित प्रवासी श्रमिकों की सबसे पसंदीदा ट्रेन 15707 08 कटिहार-अमृतसर जनसेवा एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें कुछ ट्रेनें शामिल हैं।
ग्रीष्मकालीन स्पेशल ट्रेनें
यात्रियों की परेशानी को देखते हुए और ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के कारण रेलवे द्वारा पूर्व में घोषित की गई 11 स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया है। इनमें से छह ट्रेनों को जाखल-धूरी के रास्ते लुधियाना और पांच ट्रेनों को चंडीगढ़-साहनेवाल के रास्ते लुधियाना की तरफ चलाया जा रहा है। इसमें ट्रेन नंबर 09097,09098, 04529 ,04075, 04530 व 04076 को जाखल और ट्रेन नंबर 04623, 04624, 04682, 04679 व 05656 को अंबाला-चंडीगढ़ के रास्ते गंतव्य तक चलाया जा रहा है।सुविधाओं को लेकर टीम तैनात
ट्रेनों का संचालन प्रभावित होने से रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ है। ऐसे में उन्हें कोई परेशानी न हो, इसके लिए मंडल रेल प्रबंधक की तरफ से विशेष निर्देश दिए गए हैं कि भीषण गर्मी के दौरान जहां पंखे नहीं हैं, वहां तुरंत प्रभाव से पंखे लगाए जाएं और पीने की पानी की सप्लाई सुचारु ढंग से रहे। यात्रियों को अगर उपचार की जरूरत है तो तुरंत रेलवे डा़ को मौके पर बुलाया जाए जिससे यात्री की सहायता की जा सके। वहीं आरपीएफ को भी सचेत रहने के निर्देश दिए गए हैं कि वो सीढि़यों पर किसी को न बैठने दें और ट्रेन संचालन के समय पूरी तरह से चौकसी बरतें।
17 वें दिन भी प्रभावित 188 ट्रेनें
अंबाला-लुधियाना रेल सेक्शन पर शंभू रेलवे स्टेशन के नजदीक रेलवे लाइनों पर बैठे आंदोलनकारी किसानों की वजह से ट्रेनाें का संचालन काफी बुरी तरीके से प्रभावित है, बावजूद इसके रेलवे अधिकारी ट्रेनों के संचालन में जुटे हुए हैं जिससे कुछ घंटों के बाद ही सही यात्री अपनी ट्रेन में सवार हो सकें। वहीं, आंदोलन के 17 वें दिन 188 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। रेलवे ने 69 ट्रेनों को पूर्ण रुप से रद्द रखा, जबकि 11 स्पेशल ट्रेनों सहित 107 ट्रेनों को बदले मार्ग से संचालित किया। इसके अलावा 12 ट्रेनों को बीच रास्ते रद्द करके पुन: संचालित किया गया।
चंडीगढ़-साहनेवाल एकल सेक्शन पर निर्धारित ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है ताकि मार्ग अवरुद्ध न हो। इसलिए कुछ ट्रेनों को जाखल-धूरी के रास्ते चलाया जा रहा है। इस मुश्किल की घड़ी में यात्रियों को धैर्य बनाए रखना चाहिए। कुछ परेशानी तो होती ही है। रेलवे पूरी गंभीरता से ट्रेनों का संचालन कर रहा है ताकि कहीं कोई अप्रिय घटना न हो।