भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष से सिटी मजिस्ट्रेट ने की अभद्रता, सदमे में पत्नी ने तोड़ा दम, FIR लिखाने की दी थी धमकी

हरदोई। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष विद्याराम वर्मा की धर्मपत्नी का आज निधन हो गया। इस घटना से उनके परिजनों व शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई। सिटी मजिस्ट्रेट के एफआईआर दर्ज कराने के बाद उनकी पत्नी सदमे में आ गई। इसके बाद उनकी सदमे में मौत हो गई। इस घटना से भाजपा नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है।

बताया गया कि बीते कल विद्याराम वर्मा के आवास पर लगा उनके पदनाम का बोर्ड आचार संहिता की बात कहकर अधिकारीयों ने उखाड़ दिया था, और उसे अपने साथ लेकर चले गए थे, जब बोर्ड को ढक देने की बात कहकर पूर्व अध्यक्ष ने बोर्ड छोड़ देने का अनुरोध किया तो अधिकारियो ने उनसे दुर्व्यवहार किया, सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार त्रिवेदी ने उन पर एफआईआर तक लिखाने की धमकी दे डाली। ये पूरा घटनाक्रम उनकी पत्नी देख रही थी, इससे आहत होकर उनकी पत्नी सदमे में चली गयी और आज उनकी मौत हो गई। परिजनों और भाजपा नेताओं में इस घटना से शोक व्याप्त है। विद्याराम वर्मा कई महत्वपूर्ण पदों पर भाजपा सरकार में जिम्मेदारी निभा चुके हैं, वे ईमानदार नेताओं में शीर्ष पर गिने जाते हैं। इस घटना से भाजपा नेताओं में रोष व्याप्त है। सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा जीतू ने भाजपा को दलित और पिछड़ा विरोधी बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्रियों,विधायकों और सांसद के बोर्ड लगे है,उनको हटाने की प्रशासन की हिम्मत नहीं हुई। जबकि दलित नेता का खुद की संपत्ति पर लगा बोर्ड प्रशासन ने हटवाया और अभद्रता की। जिससे उनकी पत्नी की सदमे में मौत हो गई। इस मामले में उन्होंने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।