रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाकर सांसद का विरोध करना ग्रामीणों को पड़ा भारी, प्रशासन ने दर्ज कराया मुकदमा, सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि मुकदमा वापस नहीं हुआ तो करेंगे प्रदर्शन

हरदोई। हरपालपुर में रोड नहीं तो वोट नहीं की नारेबाजी कर ग्रामीणों ने सांसद का विरोध किया। दो दिन पहले सांडी विकासखंड के सेमरिया गांव के ग्रामीणों ने सड़क समेत अन्य समस्याओं को लेकर रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाया था। साथ ही हाथ में पंपलेट लेकर प्रदर्शन भी किया था। इस पर प्रशासन ने हिटलरशाही दिखाते हुए उनके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करा दिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद सपा जिलाध्यक्ष ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अगर मुकदमा वापस नहीं हुआ तो विरोध प्रदर्शन करेंगे।

सांडी के सेमरिया गांव के ग्रामीणों हाथों में पंपलेट लेकर प्रदर्शन किया था। उनका आरोप था कि हरदोई में जब से सांसद बने हैं तब से वह गांव में आए नहीं है। गांव में बिजली पानी सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। सड़क की हालत सबसे ज्यादा दयनीय है ऐसे में वह इस वर्ष लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों का यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में सवायजपुर की एसडीएम पूरे लाव लश्कर के साथ गांव पहुंची और सड़क पर मिट्टी डलवाकर मार्ग को दुरुस्त करा दिया। इसके बाद राजस्व निरीक्षक ने विरोध प्रदर्शन करने वाले 28 नामजद व अन्य अज्ञात ग्रामीणों के विरुद्ध हरपालपुर थाने में तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है। ग्रामीणों पर दर्ज हुए मुकदमे में अब राजनीति भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह यादव वीरे ने भाजपा पर हमला बोला है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि यदि मुकदमे वापस नहीं हुए तो पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी सड़कों पर उतरने का काम करेंगे।

सीओ हरपालपुर रवि प्रकाश सिंह ने मामले को घुमाने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि सेमरिया गांव में प्रधान द्वारा सड़क निर्माण कराया जा रहा था। जिसमें ग्रामीणों द्वारा इकट्ठा होकर विधि विरुद्ध तरीके से हंगामा किया गया। वहां शांति व्यवस्था भंग की गई। राजस्व निरीक्षक हरपालपुर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना प्रचलित है मामले में अन्य वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।