बैकरी कारोबारी को हनी ट्रेप में फंसाने पर दरोगा समेत छह पर रिपोर्ट

बरेली। बैकरी कारोबारी को हनी ट्रेप में फसा कर मोटी रकम वसूलने का मामला सामने आया है। जिसमें कथित पत्रकार एक युवती व हैड-कास्टेबिल और दरोगा शामिल थे। इस मामले में बैकरी कारोबारी की तरफ से दरोगा समेत छह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।जिला रामपुर केशहजादनगर निवासी मुस्तकीम पुत्र अब्दुल शर ने बताया वह परसाखेड़ा में सचिनरस नाम से बैकरी चलाता है।शनिवार को उसके पास धौराटांडा भोजीपुरा निवासी कथित पत्रकार नावेद, आजाद और थाना किला लीची बाग निवासी चांद अलवी आए और उसे एक लड़की से मिलवाने के नाम पर बात की और दो हजार रुपये ले कर चले गए। उसके बाद तीनों पत्रकारों का हवाला देते हुए बैकरी कारोबारी पर एक युवती का फोन आया जिसने अपना नाम सोनिया बताया और उससे मिनी बाईपास स्थित अशोका होटल में मिलने को बुलाया। वह सोनिया से बात करने अशोका होटल गया तो पत्रकारों ने थाना किला में तैनात कास्टेबिल कोलेंद्र को बुला लिया और व्यापारी को हनी टेप में फसाने की बात कहकर थाना किला चौकी पर ले गए।जहां उसे छोड़ने के बदले में दरोगा सौरभ कुमार की मौजूदगी में सात लाख रुपये की डिमांड की गई। ढ़ाई लाख रुपये में सौदा तय हो गया। और कारोबारी को धमकी दी अगर रुपये नहीं दिए तो उसे पाक्सो व दुष्कर्म के आरोप में फसाकर जेल भेज दिया जाएगा। उसके बाद तीनों पत्रकार उसके साथ बैकरी पर गए। जहां से कारोबारी ने 112 नंबर पर फोन कर इसकी सूचना पुलिस को दी। जब 112 पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपियों ने दरोगा सौरभ सिंह को बुला लिया। चौकी पर ले जाने के बाद कारोबारी चुपचाप वहां से निकला और अपनी पत्नी को लेकर थाने पहुंचा। इस मामले में कथित पत्रकार नावेद निवासी धौराटाण्डा भोजीपुरा, आजाद, चांद अलवी निवासी लीचीबाग,सोनिया,कास्टेबिल कोलेंद्र व दरोगा सौरभ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है आरोपियों पर है कई मामलों में रिपोर्ट दर्ज जिन कथित पत्रकारों पर कारोबारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई है उनके खिलाफ अन्य कई मामलों में रिपोर्ट दर्ज है।यह लोग पत्रकारिता की आड़ में लोगों को फंसा कर मोटी रकम ऐठने का काम करते हैं। पुलिस भी इनका साथ देती है।गिरोह में शामिल युवतियां भी लोगों के साथ वसूली करने के मामले में इस गिरोह में युवतिया भी शामिल हैं। वह लोगों से बात कर उन्हें अपने जाल में फंसा लेती हैं। उसके बाद यह लोग उसे धमका कर ब्लैकमेल कर मोटी रकम ऐठते हैं।रकम मिलने के बाद सभी उसको आपस में बाट लेते हैं। जिसमें पुलिस कर्मी भी शामिल होते हैं।