बलिया के लाल को मिली बड़ी जिम्मेदारी, भारत तिब्बत संघ ने बनाया प्रांत संयोजक

लखनऊ। यदि आप में कर्मठता कार्य कुशलता दृण निश्चय है और धारा के विपरीत चलकर भी देश, समाज, मानवता के लिए कार्य करने का साहस है तो काल गति आपको प्रतिष्ठा प्रगति और पद सभी से नवाज देती है, कुछ ऐसा ही कार्य किया "नर सेवा को नारायण सेवा " मानने वाले अंजनी कुमार मिश्र पुत्र श्री उपेंद्र कुमार मिश्र ( वरिष्ठ अधिवक्ता ) ने जो की बलिया जनपद के माँ गंगा के आँचल में बसे ऋषि दुर्वासा की तपस्थली में बसे���ग्राम-भड़सर(मिल्की),माफी दुबहर की क्रांतिकारी उपजाऊ धरती से संबंध रखते हैं,
गौरतलब हैं की, अधिवक्ता अंजनि कुमार मिश्र वर्षों पूर्व बलिया के ग्रामीण अंचल से चलकर शैक्षणिक साधना के लिए पहले काशी फिर प्रयागराज को केंद्र बनाकर शिक्षा और मानवता दोनों के लिए पूर्ण मनोयोग से कार्य किया, उनके निरंतर जनहितवादी, राष्टृवादी कार्यों के परिणाम स्वरूप ही भूत भावन भोले नाथ के मूल गाँव कैलाश मान सरोवर (चीन के कुटिल अतिक्रमन का शिकार)और तिब्बत की पूर्ण आजादी का शंखनाद करने वाले राष्ट्रीय मोर्चा BTSS ने भोले भुवनेश्वर् नाथ के भक्त अंजनी कुमार मिश्र को विधि प्रभाग का सह प्रांत संयोजक बनाया है।
बताते चलें की,अंजनी मिश्र अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा सहित कई प्रादेशिक संगठनों के विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी हैं और राज्यपाल द्वारा सम्मानित हो चुके हैं, प्रत्येक वर्ष संगम क्षेत्र में माघ मेला के दौरान चलने वाले गंगा स्नान के दौरान अंजनी मिश्र और उनके सहयोगी अधिवक्ता साथियों की सेवा सहभागिता उल्लेखनीय है,इस जिम्मेदारी के मिलने पर राज्यपाल द्वारा सम्मानित उच्च न्यायालय अधिवक्ता अंजनी जी ने इसे माता पिता का आशीर्वाद बताया और कहा की शिक्षा का उदेश्य एक मात्र नौकरी या निजी सफलता नहीं होना चाहिए बल्कि शिक्षा का अर्थ बड़ा और व्यापक है असल रूप से शिक्षा तभी सार्थक है जब हम देश ग्राम और मानवता के लिए सोचना आरम्भ कर दें तिनका भर ही सही लेकिन हर ज़रूरत मंद की मदद के लिए आगे बढ़ कर नेत्रत्व करना आरम्भ कर दें।