सिंचाई कर रहे किसान को बाघ ने बनाया शिकार, गांव में बाघ की दहशत बरकरार।

कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव पुरैनी दीपनगर में शुक्रवार सुबह गेहूं में सिंचाई कर रहे एक ग्रामीण को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। कलीनगर तहसील क्षेत्र में धूम रहे बाघ व बाघिन का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन बाघ बाघिन किसी न किसी को अपना निवाला बना रहे है। कुछ दिन पहले ही अटकोना गांव से बाघिन को रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा गया था। शुक्रवार सुबह को पुरैनी दीपनगर में एक किसान फिर बाघ का शिकार हो गया।
पुरैनी दीपनगर के किसान स्वरूप सिंह उम्र तकरीबन 55 वर्ष पुत्र स्वर्ण सिंह निवासी पुरैनी दीपनगर अपने खेत में सुबह गेहूं के खेत में सिंचाई कर रहे थे तभी जंगल की तरफ से निकले बाघ ने स्वरूप सिंह पर हमला कर दिया और उन्हें खींचकर जंगल की ओर ले जाने लगा तभी स्वरूप सिंह की पत्नी राजवीर कौर की नजर बाघ पर पड़ गई उन्होंने तुरंत शोर मचाना शुरू कर दिया जिस पर आस-पास के लोग एकत्रित होने लगे और बाघ के पीछे भागे। ग्रामीणों के शोर शराबा करने पर बाघ किसान को छोड़कर जंगल में चला गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी,लेकिन मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। अकोशित किसान के परिजनों व ग्रामीणों द्वारा शव को उठाकर माधोंटांडा पीलीभीत मार्ग कें रानीगंज बांसखेड़ा चौराहे पर रख सभी धरने पर बैठ गए। माधोंटांडा थानाध्यक्ष अचल कुमार मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। कलीनगर तहसीलदार व कलीनगर एसडीएम आशुतोष गुप्ता भी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करते रहे। भाकियू टिकैत के युवा जिला अध्यक्ष गुरदीप सिंह गोगी एवं भाकियू चढूनी के युवा ब्लॉक अध्यक्ष हरदीप सिंह व ग्रामीणों द्वारा मृतक के परिवार को राजस्व विभाग व वन विभाग द्वारा आर्थिक मदद एवं मृतक स्वरूप सिंह के एक पुत्र को वन विभाग में नौकरी देने की मांग की गई जिस पर एसडीएम आशुतोष गुप्ता द्वारा परिवार को अंत्येष्टि के लिए बीस हजार रूपए की आर्थिक मदद व महोफ रेंजर सहेंद्र यादव के संविदा पर एक पुत्र को वन विभाग मे नौकरी देने के लिखित आश्वासन के बाद ही किसानों द्वारा जाम खोला गया। मृतक के परिवार में पत्नी राजवीर कौर, पुत्र गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी (उम्र 20 वर्ष) गुरसेवक सिंह (16 वर्ष) एवं पुत्री संदीप कौर (उम्र 19 वर्ष) है। वहीं मृतक की पुत्री संदीप कौर की शादी फरवरी माह में होनी थी। वही अब परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है।