गोरखपुर तीर्थंराज हॉस्पिटल में चार वर्षी बच्ची की मौत

  • खोराबार, तीर्थंराज हॉस्पिटल में बच्ची की मौत, पारिजनों ने किया तोड़फोड़
  • डॉक्टर की लापरवाही से महिला कांस्टेबल की बेटी की मौत, डॉक्टर और नर्स फरार, एक कर्मचारी और डॉक्टर की पत्नी पुलिस हिरासत में


गोरखपुर, खोराबार स्थिर तीर्थंराज हास्पिटल में इलाज के दौरान महिला कांस्टेबल की चार वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा किया। अस्पताल में तोड़फोड़ भी की। उधर, घटना के बाद डॉक्टर और नर्स फरार हो गए। कुछ समय बाद डॉक्टर की पत्नी को घर से और एक कर्मचारी को अस्पताल के एक कमरे से पुलिस हिरासत में लिया।

खोराबार के जंगल चवरी हाल मुकाम जंगल सिकरी सैनिक नगर कालोनी निवासी शरद दुबे सूबा बाजार ब्लाक गेट के सामने नहर रोड के पास तीर्थराजी अस्पताल चलाते हैं। खोराबार थाने पर बलिया के बाला शिकन्दरपुर की रहने वाली महिला कांस्टेबल निरंजन वर्मा सैनिक नगर कालोनी के पास किराए का कमरा लेकर रहती है

महिला कांस्टेबल ने बताया कि उनकी 4 वर्षीय बेटी सृस्टि कुछ माह पूर्व चेस्ट के पास चाय से जल गई थी
जलने वाली जगह पर गांठ बन गयी थी। गांठ के ऑपरेशन के लिए दोपहर में अस्पताल में बच्ची को भर्ती कराया था। आरोप है कि लापरवाही और गलत इलाज के कारण बच्ची की मौत हो गई। इस दौरान पीड़ित के परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की। घटना के तत्काल बाद डॉ. शरद दुबे अपने कर्मचारियों के साथ फरार हो गए। पुलिस ने एक कर्मचारी को अस्पताल के एक कमरे से जबकि,

डॉक्टर की पत्नी को घर से हिरासत में लेते हुए अस्पताल में ताला लगा दिया। क्षेत्राधिकारी कैंट मानुष पारिख ने मौके पहुंच कर जांच पड़ताल की। एसएस आई अभिनव मिश्रा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डॉक्टर की डिग्री और रजिस्ट्रेशन पर उठा सवालः घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने डॉक्टर की डिग्री और रजिस्ट्रेशन पर सवाल उठाया,

लोगों का कहना है कि विभागीय मिलीभगत से सालों से यह अस्पताल चल रहा है और जिम्मेदार आंख बंद किए हुए हैं, स्थानीय लोगों के मुताबिक 10 वर्ष पहले भी इस तरह की घटना हो चुकी है। जिसके कारण डॉक्टर शरद दुबे काफी दिनों तक गायब रहे। पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दे दी है।