मिढ़ावली में चल रही रामलीला में राम चले वन

कुरावली/मैनपुरी- क्षेत्र के गांव मिढ़ावली कलां में चल रही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की लीला में अयोध्या नरेश राजा दशरथ की बड़ी पत्नी रानी कैकई की जिद के बाद भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्मण अपने रथ पर सवार होकर वन के लिए निकल गए। जिनके साथ में बूढ़े मंत्री सुमंत और अयोध्या की प्रजा भी साथ में थी। वहीं अयोध्या से निकलकर दूर जंगल में पेड़ के नीचे सभी लोग आराम करने के लिए लेट गए। जहां अयोध्या से आई प्रजा गहरी नींद में सो गई। जिसके बाद प्रभु श्रीराम मंत्री सुमंत को वापस अयोध्या नगरी भेजकर वन के लिए प्रस्थान कर गए।

श्रीरामलीला कमेटी मिढ़ावली के कलाकारों के द्वारा रामवन गमन के बाद प्रभु श्रीराम और केवट संवाद का सुंदर मंचन किया गया। इस केवट संवाद के दौरान एक सुंदर हास्य नाटक का अभिनय किया गया। जिसे देख वहां की जनता हंसी से लोटपोट हो गई। इस दौरान वहां पर जनता देर रात्रि तक रुक कर कलाकारों का उत्साह वर्धन करती रही।