रानीगंज बांसखेड़ा चौराहे के पास बाघ ने बछड़े को बनाया निवाला, ग्रामीणों में दहशत कायम।

कलीनगर तहसील क्षेत्र के बांसखेड़ा गांव में पिछले कई दिनों से बाघ की दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों के आक्रोश के बाद वन विभाग की ओर से दो बार रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया, लेकिन बाघ पकड़ में नहीं आ सका। इधर, मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर विभागीय अधिकारी उनके कार्यक्रम की तैयारी में जुट गए। ग्रामीणों का आक्रोश न भड़के इसलिए रामपुर के डीएफओ बुला लिए गए। दावा किया गया कि उनकी नेतृत्व में टीम बाघ को पकड़ेगी। मुख्यमंत्री के जाते ही रामपुर से आए डीएफओ भी चले गए। बाघ को पकड़ने पर अब कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि बाघ लगातार क्षेत्र में चहलकदमी कर रहा है। शनिवार को पहले रानीगंज गांव में आबादी के निकट बाघ की चहलकदमी देखी गई। बाघ यहां से आगे निकलकर मथना स्थित मुख्य मार्ग पर रिसोर्ट के निकट पहुंच गया। बाघ ने यहां मथना जपती निवासी गुरप्रीत सिंह के खेत में एक छुट्टा बछड़े को मार डाला। घटना की जानकारी तब हुई जब किसान अपना धान कटवाने खेत पर पहुंचा। इसकी सूचना किसान गुरप्रीत सिंह द्वारा वन चौकी मथना पर देने के बाद वन दरोगा स्तर के वनकर्मी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन सिर्फ निगरानी की जा रही है। रेंजर आरके सिंह ने बताया की टीम निगरानी में जुटी हुई है।