पीलीभीत मार्ग बने टोल प्लाजा पर ईको चालकों का हंगामा मौके पर पहुंची पैनी नजर संस्था की अध्यक्ष सुनीता गंगवार

बरेली पीलीभीत मार्ग पर रिठौरा के पास बने टोल प्लाजा को लेकर लोगों में बेहद आक्रोश फैला हुआ है। सैकड़ो की तादाद में टोल प्लाजा पर इको चालक अपनी गाड़ियां रोड के किनारे लगाकर वहां एकत्र हो गए उन्होंने पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष सुनीता गंगवार से संपर्क किया संपर्क होने पर अध्यक्षा मौके पर पहुंची उनकी समस्या को सुना उनका कहना है कि उनसे इतना टोल वसूला जा रहा है कि वह इको चला कर अपने परिवार का गुजारा नहीं कर सकते हैं उनसे जिस तरीके से टोल लिया जा रहा है वह लगभग 1 महीने में ₹10000 उन्हें देना पड़ रहा है चालकों का कहना है कि ₹10000 हम टोल भरेंगे हम क्या मालिक को कमा कर देंगे गाड़ी का बीमा देंगे आए दिन होने वाले मोटे चालान देंगे तो हम खुद के लिए क्या बचाएंगे हमारे परिवार भूखा मरने की कगार पर आ चुके हैं यहां तक की अपना दर्द बयां करते-करते उनकी आंखों में आंसू आ गए और चालक यह कहने लगे इससे तो अच्छा है कि हम आत्महत्या कर ले यह सुनकर पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष बेहद द्रवित हो गई और उन्होंने वहां पर बने ऑफिस में किसी जिम्मेदार व्यक्ति से इस संबंध में बात करने की कोशिश की लेकिन वहां से सभी कर्मचारी फरार हो चुके थे और वहां टोल प्लाजा पर बने ऑफिस में ताला पड़ा हुआ था। थोड़ी देर में वहां पुलिस प्रशासन पहुंच गया और पुलिस प्रशासन ने चालकों को धमकाते हुए वहां से भागना आरंभ कर दिया पुलिस प्रशासन का कहना है की टोल बिल्कुल नहीं हटेगा यह टोल प्लाजा बिल्कुल सही बना है तुम्हारी गाड़ी चले या ना चले तुम्हारे बच्चे पले या ना पले इससे हमें कोई मतलब नहीं है आपको अपनी बात कहनी है आप बड़े अधिकारियों के पास जाइए लेकिन टोल प्लाजा पर आप खड़े नहीं हो सकते हैं सुनीता गंगवार यह सुनकर हैरान रह गई की पुलिस प्रशासन को हर समस्या के लिए सबसे आगे कर दिया जाता है की जो इन्हें धमकी देकर डरा कर धमका कर उनकी आवाज को बंद करो सुनीता गंगवार ने कहा कि यह तो हर लिहाज से गलत है क्योंकि यह रोड टोल के मानकों को पूरा नहीं करती है इसके लिए संस्था लिखित पत्र जिला प्रशासन को सौंप चुकी है जिसका कि अभी तक कोई जवाब संस्था को प्राप्त नहीं हुआ है इस संबंध में सोमवार को फिर से संस्था एक रिमाइंडर जिला प्रशासन को देगी जिसमें इको चालकों की समस्या को भी प्रशासन के सामने बताया जाएगा जिससे उनके भूखों मरने का करने की कगार पर आ चुके परिवारों के लिए कोई राहत प्रशासन की ओर से दी जा सके पैनी नजर संस्था की अध्यक्ष ने कहा यह एक बड़ी जन समस्या है जिसको लेकर संस्था जनता के साथ खड़ी है यदि प्रशासन इस संबंध में जनता की कोई मदत करता है तो इसको लेकर संस्था खामोश नहीं बैठेगी संस्था जनताके दर्द की आवाज बुलंद करेगी और इसके लिए अगर आंदोलन करने की आवश्यकता पड़ी धरना करने की आवश्यकता पड़ी तो संस्था अध्यक्ष धरने पर बैठने पर मजबूर होगी ।