मूलभूत सुविधाओं को तरसता कुचामन स्टेशन

एक तरफ भारत सरकार और रेलवे मंत्रालय भारतीय रेलवे के विकास के बड़े बड़े दावे करता है वहीं दूसरी ओर इसका स्याह रूप ये है कि आज भी कई स्टेशन मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं ऐसे ही हालात है कुचामन स्टेशन के जोकि जयपुर जोधपुर मार्ग पर स्थित है ये मार्ग 1992 में ब्रॉड गेज में परिवर्तित हो गया था लेकिन रेलवे मंत्रालय व रेलवे के अधिकारियों की अनदेखी व उदासीनता के चलते आज भी ये स्टेशन मूलभूत सुविधाओं से मरहूम है । कुचामन स्टेशन कुचामन शहर व इसके आस-पास के 100 किलोमीटर की परिधि का मुख्य आवागमन का जरिया है लेकिन आज भी इस स्टेशन के 2 प्लेटफार्म में से एक तो रेल लेवल का है वहीं दूसरा प्लेटफार्म मीटर गेज के लेवल का है जिसके चलते यात्रियों को चढ़ने उतरने में परेशानी होती है कई बार तो इसके चलते दुर्घटनाएं हो चुकी है ।

कुचामन स्टेशन के 1 नम्बर प्लेटफार्म पर शेड की लम्बाई इतनी कम है कि यात्रियों को धूप बरसात से बचाव में परेशानी होती है वहीं दूसरे प्लेटफार्म पर तो शेड ही नहीं है । कुचामन प्लेटफॉर्म पर शौचालय व पीने के पानी की व्यवस्था की भी कमी है ।

कुचामन स्टेशन पर कोच डिसप्ले बोर्ड नही होने से यात्रियों को अपने कोच खोजने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ती हैं ।

वर्तमान में कुचामन स्टेशन पर निम्न सुविधाओं की नितान्त आवश्यकता है

A प्लेटफार्म नम्बर 1 व 2 को हाई लेवल बनाना

B दोनो प्लेटफॉर्म पर शेड निर्माण व विस्तार

C कोच डिसप्ले लगाना

D शौचालय व प्याऊ का निर्माण

E प्लेटफॉर्म का विस्तार

F पार्किंग का निर्माण

G यात्री विश्राम गृह का निर्माण

H फूट ओवर ब्रिज का निर्माण