चंदौली- जनपद की लोकसभा सीट से भाजपा शालिनी यादव पर लगा सकती है दाव, बदलाव की खूब हो रही चर्चा,इसको लेकर मौन हैं पार्टी के नेताओं पदाधिकारी

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

वाराणसी/चंदौली- मिशन 2024 में भाजपा को कड़ी टक्कर देने का सपना देख रहे विपक्ष को अपना कुनबा संभालना मुश्किल हो गया है। पूर्वांचल में सपा को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं। अभी तक एकजुट हो रहा था तभी सुभासपा के एनडीए में शामिल होने का बड़ा सदमा झेलना पड़ा।अभी इसका गम कम हुआ नहीं था कि भाजपा ने एक बार फिर सपा को एक बड़ा झटका दे दिया। इस बार वाराणसी समेत कई आसपास के जनपदों के दिग्गज नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। जहां वाराणसी में पूर्व सपा जिलाध्यक्ष डॉ पीयूष यादव और पूर्व लोकसभा प्रत्याशी शालिनी यादव का भाजपा में शामिल होना सपा के लिए एक बड़ा झटका है।

वही अब राजनीतिक गलियारों में इस बात की जोरदार चर्चा है कि भाजपा आगामी लोकसभा के चुनाव में शालिनी यादव को चंदौली सीट से प्रत्याशी बना सकती है? सपा के टूटे दिग्गजों में वाराणसी के डॉक्टर पीयूष यादव और शालिनी यादव प्रमुख रूप से हैं। आपको बताते चलें कि भारतीय राजनीति में अहम पहचान रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा के उपसभापति स्वर्गीय श्याम लाल यादव के परिवार की पुत्रवधू शालिनी यादव ने भाजपा की सदस्यता ली है। यह सपा के टिकट से वर्ष 2019 में वाराणसी लोकसभा सीट पर पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी थी। सभी जानते हैं शालिनी यादव 2019 में कांग्रेस को छोड़कर सपा में शामिल हुई थीं। जहां पार्टी में शामिल होते ही सपा ने वाराणसी लोकसभा सीट से प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था। हालांकि उन्हें जीत नहीं मिल सकी लेकिन फिर भी दूसरे नंबर पर रहीं। शालिनी यादव 2017 में वाराणसी से महापौर का भी चुनाव लड़ चुकी हैं।निकाय चुनाव में महापौर प्रत्याशी के तौर पर वह यह 1.13 लाख से अधिक वोट मिले थे। और वह दूसरे नंबर पर रहीं।

बताते चलें कि शालिनी यादव कैसे से फैशन डिज़ाइनर हैं। उन्हें राजनीति विरासत अपने ससुर पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं राज्यसभा के उपसभापति स्वर्गीय श्याम लाल यादव से मिली है। श्याम लाल यादव के छोटे पुत्र अरुण यादव से शालिनी यादव की शादी हुई है। राजनीतिक गलियारों में इस बाबत चर्चा है कि पिछड़ों दलितों के वोट को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा पूर्वांचल के कुछ सीटों पर नए चेहरे उतर सकती है। जिसमें चंदौली जनपद के बीच लोकसभा सीट पर बदलाव की चर्चा खूब हो रही है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के बावजूद दूसरे नंबर पर रहने वाली शालिनी यादव पर चंदौली लोकसभा सीट से पार्टी दाव लगा सकती है।

हालांकि चंदौली जनपद की लोकसभा सीट से शालिनी यादव के चुनाव लड़ाने को लेकर लगाए जाने वाले कयास पर जनपद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता तथा जनप्रतिनिधि ही पूरी तरीके से मौन हैं। हालांकि अब शालिनी यादव का यह दवा कितना सच होगा यह अभी भविष्य के गर्भ में है।