चेर की शासकीय भूमि मे रकबा बढाकर बेंचनें के मामले मे गिरेगी पटवारी पर गाज जल्द होगी कार्यवाही-सुत्र

बैकुण्ठपुर। जिला मुख्यालय के आसपास जिस तरह भूमाफियाओं का आतंक है उस पर कलेक्टर कोरिया की कार्यवाही से लगाम कुछ हद तक लगी है। लेकिन उसके बाद भी बैकुण्ठपुर तहसील के चेर ग्राम की शासकीय भूमि खसरा नं. 255/2 को भूमाफियाओं से मिलकर कुछ दिनों के लिए बिना दस्तावेज के पदस्त पटवारी जो वर्तमान मे तलवापारा के पटवारी है वह छुट्टी के दिन कलेक्टर कोरिया के बिना अनुमति के चौहद्दी बनाकर भूमि बिक्रय करानें मे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाऐ थे। इस संबंध मे ग्रामीणों व भूमि स्वामि लिखित शिकायत भी कलेक्टर कोरिया सहित पुलिस विभाग मे किऐ थे। शिकायत को ध्यान मे रखते हुऐ कलेक्टर कोरिया ने अपर कलेक्टर अनिल सिदार को जांच मे दिऐ थे, श्री सिदार अपने काम के प्रति इमिनदार है और वह कलेक्टर कोरिया के निर्देशानुसार जांच कर कलेक्टर कोरिया को इसकी रिपोर्ट प्रस्तुतु किए है। अब देखना होगा की इस मामले मे भूमाफियाओं को फायदा पहूंचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किए पटवारी पर निलंबन की कार्यवाही कब तक होती है। ज्ञात हो की जिला मुख्यालय तहसील बैकुण्ठपुर के चेर ग्राम मे खसरा नम्बर 255/2 की भूमि मे भू-माफिया व कुछ दिनों के लिए प्रभार मे रहे पटवारी के द्वारा शासकीय जमीन को बिना कलेक्टर कोरिया के अनुमति के ही चौहद्दी बनाकर विक्रय कर दिया गया जब यह मामला मीडिया की सुर्खियां बना तब उक्त पटवारी के द्वारा बैकुंठपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई कि कुछ लोगों के द्वारा उक्त भूमि की बिक्री के संबंध में जो दस्तावेज बनाए गए थे वह फर्जी दस्तावेज बना बना लिए गए थे लेकिन उक्त पटवारी ने जो शिकायत की थी कि फर्जी दस्तावेज बनाए गए हैं उसे कुछ दिनों बाद कोतवाली थाने से वापस ले लिया गया इस संबंध में कलेक्टर कोरिया को भी लिखित शिकायत की गई थी कलेक्टर कोरिया के द्वारा अनिल सिदार को जांच में यह मामला दिया गया जिसके पश्चात मामला जांच में रहा और जांच पूरा करने के बाद अनिल सिदार कलेक्टर कोरिया को इस मामले की फाइल सौंप दी है। इस मामले में बताया जा रहा है कि उक्त जो 255/2 जो भूमि है उसमे 68 डिसमिल भूमि अधिक बढ़ा दिया गया है इसका प्रतिवेदन भी तैयार नहीं हुआ है वहीं जब वर्तमान में पदस्थ पटवारी वहां पहुंचे तो उन्होंने बताया कि मौखिक आदेश पर जो पटवारी वहां छुट्टी के दौरान पदस्थ थे उनके द्वारा यह समस्त कार्य किया गया है। इसमें कोई भी लेना देना वर्तमान पटवारी का नहीं है। कुछ लोगों ने बताया कि 1 सप्ताह के लिए जो तलवापारा में पदस्थ हैं वह पटवारी चेर ग्राम पहुंचे थे और भू-माफियाओं से संपर्क कर कुछ रुपए की लालच में उक्त शासकीय भूमि को विक्रय के लिए चौहद्दी बना दिए और दिखावे के लिए इसकी शिकायत बैकुंठपुर थाने में की और मामला जैसे ही ठंडा पड़ा वह तत्काल शिकायत को वापस भी ले लिए। इस मामले में जल्द ही बड़ी कार्यवाही हो सकती है।